Sunday 8 January 2012

'दुश्मन' के प्यार में पागल यह अधिकारी करती थी देश की जासूसी!


दिल्ली की एक अदालत ने साजिश रचने एवं जासूसी के लिए पूर्व भारतीय राजनयिक और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस की कथित एजेंट माधुरी गुप्ता के खिलाफ मुकदमा शुरू करने की तिथि 22 मार्च तय की।

इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में तैनात द्वितीय सचिव गुप्ता (53) को सूचनाएं आईएसआई को मुहैया कराने के आरोपों पर 27 अप्रैल 2010 को गिरफ्तार किया गया था। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश पवन कुमार जैन ने गुप्ता पर जासूसी के लिए शासकीय गुप्त अधिनियम की धाराओं तीन एवं पांच और आपराधिक साजिश के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी के तहत आरोप तय किए। अदालत ने मामले की सुनवाई शुरू करने के लिए 22 मार्च की तिथि मुकर्रर की है।

पाकिस्तानी अधिकारी से शादी करना चाहती थी माधुरी

माधुरी गुप्ता पाकिस्तान में भारतीय दूतावास में तैनात थी। 53 वर्षीय आईएफएस माधुरी को इस मामले में 22 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। माधुरी पर आरोप है कि उसने जमशेद और आईएसआई अधिकारी मुबशर रजा राना को गोपनीय दस्तावेज सप्लाई किए थे। पुलिस ने करीब 700 पेजों की चार्जशीट चीफ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया।

माधुरी गुप्ता ने राना को 3 अक्टूबर, 2009 को एक लेटर लिखा था जिसमें माधुरी ने कहा था ' मैने जमशेद के लिए क्या नहीं किया लेकिन उसने मेरे साथ जानवरों जैसा बर्ताव किया। उसने मेरी स्थिति को जानने की कोई कोशिश नहीं की। जमशेद को इस बात से ऐतराज है कि मैं किसी दूसरे पाकिस्तानी से सहज होती हूं। ऐसे में यह ठीक होगा कि हम अपना रास्ता खुद चुनें। एक पाकिस्तानी को अजमा कर देख लिया।'

कूबूल कर लिया था इस्लाम

आईएसआई के लिए जासूसी करने वाली भारतीय डिप्लोमैट माधुरी गुप्ता ने करीब छह साल पहले ही इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया था। पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया है कि इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय हाई कमीशन में गिरफ्तारी से पहले सेकेंड सेक्रेटरी के तौर पर तैनात रहीं माधुरी गुप्ता शिया मुसलमान थीं।

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