Tuesday 5 November 2013

ईडन में आखिरी बार चमकेगा भारत का कोहिनूर

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भारतीय क्रिकेट के कोहिनूर सचिन तेंदुलकर 24 वर्षों तक दुनिया को चकाचौंध करने के बाद अपने बेमिसाल करियर के आखिरी दो पडा़वों को यादगार बनाने के लिए ऐतिहासिक ईडन गार्डंस पर बुधवार से अपना 199वां टेस्ट खेलने के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ उतरेंगे।

क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन के आखिरी टेस्ट के बाद यह पहला ऐसा टेस्ट है जिस पर भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें लगी रहेंगी। महेन्द्र सिंह धौनी की कप्तानी में टीम इंडिया सचिन को न केवल ईडन गार्डंस में, बल्कि उनके गृहनगर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले 200वें टेस्ट में भी जीत का तोहफा देने उतरेगी।

वर्ष 1989 में 16 साल की उम्र में अपना टेस्ट करियर शुरू करने वाले सचिन 40 बसंत पार करने के बाद अपने करियर को विराम देने जा रहे हैं। सचिन ने अपने वनडे करियर को जहां खामोशी से अलविदा कहा था, वहीं उनकी टेस्ट से विदाई को अभूतपूर्व बनाने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से लेकर बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
सचिन के 199वां टेस्ट खेलने से पहले पूरा कोलकाता शहर क्रिकेट के भगवान को लेकर स्तुतिमय हो चुका है। स्थिति यह है कि शहर में दिवाली के पटाखों की गूंज से ज्यादा सचिन के नाम की गूंज सुनाई दी। हर कोई इस ऐतिहासिक टेस्ट का गवाह बनने के लिए बेताब है। मीडियाकर्मियों तक में इस टेस्ट की कवरेज के एक-एक पहलू को लाइव दिखाने की होड़ मची हुई है। मास्टर व्लास्टर के इस 199वें टेस्ट के लिए भारतीय टीम और कैरेबियाई टीम में एक अलग ही कशमकश चल रही है। हालांकि सर्वाधिक टेस्ट मैच, रनों और शतकों के विश्व रिकॉर्डधारी सचिन इस पूरे शोर शराबे से दूर ईडन गार्डंस में अपनी आखिरी पारी खेलने के लिए कडे़ अभ्यास में जुटे हुए हैं। सचिन ने इस टेस्ट से पहले हरियाणा के लाहली में मुंबई के लिए अपने आखिरी रणजी मैच में नाबाद 79 रन की मैच विजयी पारी खेली थी और उनका लक्ष्य रहेगा कि वह ईडन में भी एक शानदार पारी खेलकर भारतीय क्रिकेट के मक्‍का कहे जाने वाले इस मैदान को अलविदा कहें। टीम इंडिया जहां सचिन के इस टेस्ट को यादगार बनाने में जुटी है, वहीं कैरेबियाई खिलाडी़ सचिन की विदाई में खलल डालना चाहते हैं। कैरेबियाई खिलाडी़ अपनी बयानबाजियों से बेशक सचिन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन अपने दिलोदिमाग में वे बल्लेबाजी के इस शहंशाह के कायल हैं और उनके मन में भी यही होगा कि चाहे जो भी टीम जीते सचिन एक बेशकीमती पारी खेलें। कोलकाता में भारतीय और विदेशी मीडिया का हुजूम उमडा़ हुआ है। ईडन की तरफ जाने वाली हर सडक सचिनमय हो गई है। भारत के दूसरे क्रिकेट मैदानों के लिए यह ईर्ष्या की बात हो सकती है कि सचिन के 199वें और 200वें टेस्ट की मेजबानी का अवसर कोलकाता तथा मुंबई को मिला है। भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तक 88 मुकाबले हुए है, जिनमें भारत ने 14 जीते हैं 30 हारे हैं और 44 ड्रॉ रहे हैं। सचिन ने अपने करियर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 19 टेस्टों में 55.21 के औसत ने 1546 रन बनाए हैं, जिनमें तीन शतक और नौ अर्धशतक शामिल हैं। सचिन ने कैरेबियाई टीम के खिलाफ कोलकाता में अकटूबर 2002 में दूसरी पारी में बेहतरीन 176 रन बनाए थे और मैन ऑफ द मैच बने थे। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस वर्ष के शुरू में 4-0 से ऐतिहासिक टेस्ट जीत दर्ज करने के बाद अब जाकर पहली टेस्ट सीरीज खेल रही है। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ यह टेस्ट सीरीज आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर का हिस्सा नहीं थी। लेकिन बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका दौरे में कटौती कर इस सीरीज का आयोजन किया, ताकि सचिन को घरेलू मैदान पर भव्य विदाई दी जा  सके। टीम इंडिया ने पिछले कुछ महीनों में चैंपियंस ट्रॉफी, वेस्टइंडीज में त्रिकोणीय सीरीज, जिम्बाव्वे में वनडे सीरीज और हाल में ऑस्ट्रेलिया से वनडे सीरीज जीती है और कप्तान धौनी चाहेंगे कि विजय का रथ ईडन में भी दौडे़ ताकि उस पर सवार होकर सचिन कोलकाता के खेलप्रेमियों को अंतिम सलामी दे सकें। इस मैच में दोनों टीमों के टीम संयोजन से ज्यादा नजरें मास्टर ब्लास्टर पर टिकी रहेंगी कि वे 199वें टेस्ट में कैसी पारी खेलते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि दूसरे सचिन कहे जा रहे रोहित शर्मा को इस मैच में ओपनिंग या मध्यक्रम में उतरने का मौका मिल पाता है या नहीं। भारतीय बल्लेबाजी में शिखर धवन के साथ ओपनिंग जोड़ी के रूप में मुरली विजय या रोहित का चयन सबसे बडा़ सवाल रहेगा। इसके अलावा गेंदबाजी में बंगाल के मोहम्मद शमी को उनके वनडे के प्रभावशाली प्रदर्शन के दम पर मौका मिल सकता है। शमी के जोडी़दार के रूप में अनुभवी लेकिन आउट ऑफ फॉर्म चल रहे ईशांत शर्मा और वापसी करने वाले उमेश यादव के बीच मुकाबला रहेगा। सचिन के चार नंबर से ऊपर चेतेश्वर पुजारा और उनके बाद विराट कोहली जैसे युवा दिग्गज रहेंगे। स्पिन का दारोमदार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रज्ञान ओझा पर रहेगा। कैरेबियाई कप्तान डेरेन सैमी अपनी पेस बैट्री टीनो बेस्ट, शेल्डन काटरेल और केमर रोच तथा लेफ्ट आर्म स्पिनर वीरासामी पेरमौल के दम पर सचिन की कडी़ परीक्षा लेने उतरेंगे। यह टेस्ट भारत के लिए ही नहीं, वेस्टइंडीज के लिए भी यादगार है। इस मैच में अंतिम एकादश में उतरने वाले दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए सचिन के साथ खेलने का यह ऐतिहासिक मौका होगा।

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