Friday 8 November 2013

LIVE : वेस्टइंडीज की आधी टीम पवेलियन लौटी

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वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने ईडन गार्डन्स में भारत के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी में 125 रन पर पांच विकेट गवां दिए हैं।   
शिवनरेन चंद्रपॉल 9 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि डैरन सैमी अभी क्रीज पर उतरे हैं।
दिनेश रामदिन एक रन बनाकर मोहम्मद शामी की गेंद पर मुरली विजय को कैच थमा बैठे। डैरन ब्रावो 4 चौकों की मदद से 37 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। मारलन सैम्यूल्स 4 रन बनाकर मोहम्मद शामी की गेंद पर आउट हो गए। किएरन पॉवेल 5 चौकों की मदद से 36 रन बनाकर आर.अश्विन की गेंद पर आउट हो गए। क्रिस गेल 7 चौकों की मदद से 33 रन बनाकर भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर विराट कोहली को कैच थमा बैठे। भारत की तरफ से आर.अश्विन ने तीन विकेट जबकि मोहम्मद शामी ने दो विकेट झटके।   इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम ने तीसरे दिन अपनी पहली पारी में 453 रन बनाए। भारत को 219 रनों की अहम बढ़त हासिल हुई। वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 234 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज की ओर से शेन शिलिंगफोर्ड ने 167 रन देकर छह विकेट हासिल किए। शिलिंगफोर्ड ने करियर में पांचवीं बार पारी में पांच विकेट लिए हैं। भारतीय पारी भोजनकाल से ठीक पहले समाप्त हुई। भारतीय टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 354 रन बनाए थे। अपने करियर के पहले ही टेस्ट में शतक लगाने वाले रोहित शर्मा 127 और रविचंद्रन अश्विन 92 रनों पर नाबाद लौटे थे। रोहित और 124 रन बनाने वाले अश्विन ने दिन की शुरुआत ठीक उसी तरह की, जिस तरह से उन्होंने दूसरे दिन की समाप्ति की थी। सबसे पहले अश्विन ने 159 गेंदों पर अपने करियर का दूसरा शतक पूरा किया और फिर रोहित ने 254 गेंदों पर 150 रनों का आंकड़ा छुआ। दोनों ने इस साझेदारी के दौरान सातवें विकेट के लिए भारत के लिए सबसे अधिक रन जोड़े। इन दोनों ने दिलीप वेंगसरकर और रवि शास्त्री के बीच 1986 में हुई 259 (नाबाद) की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुम्बई में खेले गए उस मैच में वेंगसरकर ने नाबाद 164 रन बनाए थे जबकि शास्त्री 121 रनों पर नाबाद लौटे थे। वह मैच बराबरी पर छूटा था। ऐसा लग रहा था कि रोहित आसानी से अपना दोहरा शतक पूरा कर लेंगे लेकिन अम्पायर के एक गलत फैसले ने उन्हें तथा दर्शकों को निराश कर दिया। रोहित 177 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उस समय कुल योग 436 रन था। रोहित वीरासैमी परमॉल की गेंद पर पगबाधा हुए। वह अपने खिलाफ दिए गए फैसले से नाराज थे क्योंकि वीरासैमी परमॉल की गेंद ऑफ स्टम्प के बाहर गिरी थी और दाएं हाथ के बल्लेबाज रोहित से दूर जा रही थी। गेंद जिस तरह से पैड पर टकराई थी, उससे साफ था कि वह ऑफ स्टम्प से नहीं टकराती। रोहित इस फैसले के बाद कुछ पल के लिए विकेट पर रुके रहे और फिर भारी कदमों के साथ पवेलियन की राह ली। रास्ते में वे कुछ बुदबुदा रहे थे। जाहिर था कि वह अम्पायर के फैसले से बेहद नाराज थे। रोहित सिर्फ 23 रनों के अंतर से उन पांच खिलाड़ियों की सूची में शामिल नहीं हो सके, जो पदार्पण टेस्ट में शतक लगा चुके हैं। इस क्लब में इंग्लैंड के आरई फोस्टर, वेस्टइंडीज के लॉरेंस रो, श्रीलंका के ब्रेंडन कुरुप्पू, न्यूजीलैंड के एमएस सिंक्लेयर और दक्षिण अफ्रीका के जैक्स रुडॉल्फ शामिल हैं। फोस्टर ने 1903 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 287 रन बनाए थे जबकि रो ने 1972 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 214 रनों की शानदार पारी खेली थी। कुरुप्पू ने 1987 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 201 नाबाद, सिंक्लेयर ने 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 214 और रुडॉल्फ ने 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ 222 नाबाद बनाए थे। इसके बाद वेस्टइंडीज के गेंदबाज हावी हो गए। इसी क्रम में अश्विन का विकेट 444 रनों के कुल योग पर गिरा। वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरा शतक लगाने वाले अश्विन ने 210 गेंदों पर 11 चौके लगाए। फिर 451 के कुल योग पर भुवनेश्वर कुमार (12) और 453 के कुल योग पर मोहम्मद समी (1) का विकेट गिरा।

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