Saturday, 10 December 2011

सहवाग के साथ हुआ ऐसा संयोग, यकीन मानिए! हैरत में पड़ जाएंगे आप



'मुल्तान के सुल्तान' और 'नजफगढ़ के नवाब' के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का '9' के साथ अजीबोगरीब नाता है। उनसे जुड़े सभी प्रमुख आंकड़ों '9' मौजूद है। अंक ज्योतिष में विश्वास नहीं करने वाले भले ही इसका अलग-अलग गणितीय आकलन करें लेकिन आंकड़े तो कम से कम यही बयां करते हैं कि करियर की शुरुआत से अब तक '9' हर मुकाम पर सहवाग के साथ है।

शुरुआत इंदौर में खेली गई सहवाग की विश्व रिकार्डधारी ऐतिहासिक पारी से करते हैं। सहवाग ने गुरुवार को होल्कर स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय मैच में 219 रन बनाकर इतिहास रच डाला। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 149 गेंदों का सामना किया। मैच के दिन सहवाग 33 साल और 49 दिन के थे।

इसमें एक रोचक तथ्य डालना जरूरी हो गया है। इंदौर में सहवाग की इस ऐतिहासिक पारी के पूरा होने के बाद शुक्रवार सुबह तक सोशल नेटवर्किं ग वेबसाइट फेसबुक पर 19 हजार से अधिक लोग सहवाग के प्रोफाइल को पसंद कर चुके थे।

सहवाग ने अपना पहला एकदिवसीय मैच 1999 में मोहाली में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। वह अब तक 240 मैचों की 234 पारियों में 9 बार नाबाद रहते हुए 8025 रन बना चुके हैं। उनका सर्वोच्च योग 219 है और वह एकदिवसीय मैचों में अब तक कुल 1099 चौके लगा चुके हैं।

बतौर गेंदबाज सहवाग ने एकदिवसीय मैचों में 92 विकेट ले चुके हैं। उनका औसत 40.39 रहा है जबकि उनका स्ट्राइक रेट 45.9 रहा है। सहवाग ने 16, जून 2010 को बांगलादेश के खिलाफ दाम्बुला में अपने करियर की सबसे अच्छी गेदबाजी करते हुए छह रन देकर चार विकेट लिए थे। वह एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास का 2993 वां मैच था।

सहवाग ने अपने करियर का पहला एकदिवसीय शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ 70 गेंदों पर जड़ा था। वर्ष 2009 में उन्होंने 60 गेदों पर शतक जड़ा था, यह किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा एकदिवसीय मैच में सबसे तेजी से बनाया गया शतक है। वर्ष 2009 में ही सहवाग को 'विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन वर्ल्ड' का ताज मिला। यह सम्मान पाने वाले सहवाग भारत के एक मात्र खिलाड़ी हैं।

सहवाग ने टेस्ट मैचों में दो बार तिहरा शतक लगाया है। इनमें से एक 319 रनों की पारी थी तो दूसरी 309 रनों की। टेस्ट मैचों में उनका तीसरा सर्वोच्च स्कोर 293 रनों का है। सहवाग ने अपने करियर के पहले टेस्ट में शतक (105) लगाया था, जिसमें उनके बल्ले से 19 चौके निकले थे। इस टेस्ट की दूसरी पारी में सहवाग ने 31 रन बनाए थे और इसके लिए वह 49 मिनट विकेट पर रहे थे।

सहवाग ने अब तक 92 टेस्ट मैच खेले हैं और उन्होंने 159 पारियों में 7,980 रन बनाते हुए 39 विकेट भी हासिल किए हैं। इतने रन बनाने के लिए सहवाग ने 9177 गेंदों का सामना किया है। टेस्ट मैच में सहवाग क्रमश: 99, 96, 92, 90, 90 के पांच मौकों पर 90 और 100 रन के बीच आउट हुए हैं।

वर्ष 2010 में सहवाग नागपुर, गॉल और कोलम्बो में 109, 109, और 109 रनों के व्यक्तिगत योग पर आउट हुए थे। नागपुर में सहवाग ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 139 गेंदों का सामना किया था।

गॉल में सहवाग ने अपनी 109 रनों की पारी में 19 चौके लगाए थे और 92.37 के औसत से रन बटोरे थे। इसके बाद कोलम्बो में सहवाग ने श्रीलंका के ही खिलाफ 109 रनों की पारी में 19 चौके लगाए थे।

लिस्ट-ए वर्ग के मैचों की बात करें तो सहवाग ने अब तक कुल 310 मैचों की 299 पारियों में 9978 रन अपने नाम किए हैं। उनका सर्वोच्च योग 219 रन रहा है। ट्वेंटी-20 मैचों में सहवाग ने 80 मैचों की 79 पारियों में अब तक कुल 2099 रन बनाए हैं। उनका सर्वोच्च योग 119 रन रहा है और उन्होंने 159.00 स्ट्राइक रेट के साथ रन बटोरे हैं। उनके नाम 19 कैच भी दर्ज हैं।

दक्षिण अफ्रीका में खेले गए अंडर-19 टूर्नामेंट ने सहवाग को पहली बार देश में एक पहचान दी। घरेलू क्रिकेट में सहवाग नॉर्थ जोन व दिल्ली के लिए खेलते हैं। सबसे मजेदार बात यह है कि वर्ष 1990 में क्रिकेट खेलने के दौरान सहवाग का दांत टूट गया था और इससे उनके पिता इतने घबरा गए थे कि उन्होंने सहवाग को क्रिकेट खेलने से मना कर दिया। शुक्र हो, सहवाग की मां का जिन्होंने सहवाग का खेलना जारी रखा।

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