Sunday 13 October 2013

फैलिन अब पड़ा कमजोर, 2400 करोड़ रुपये की फसल बर्बाद

Image Loadingभीषण चक्रवात फैलिन से ओडिशा के तटीय भागों में करीब नौ लाख लोग प्रभावित हुए और करीब 2400 करोड़ रुपये की फसल बर्बाद हो गई, जबकि आंध्र प्रदेश में एक घर ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
ओडिशा में शनिवार को 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक देने वाला चक्रवात आज सुबह कमजोर पड़ गया और उत्तर की ओर बढ़ गया। चक्रवात द्वारा शाम तक भारी दबाव पैदा करने की संभावना है। इसके प्रभाव के कारण ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हुई। राजस्व एवं आपदा मंत्री एसएन पात्रो ने कहा कि ओडिशा में सात लोगों की मौत चक्रवात आने से पहले पेड़ उखड़ जाने के कारण हुईं। आंध्र प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य में श्रीकाकुलम जिले के बुलीवाडू गांव में तूफान के कारण हुई भारी बारिश में 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। काविती में राहत शिविर में आज तड़के 27 वर्षीय मछुआरे की सोते वक्त मौत हो गई। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौड़ ने आज दोपहर में कहा कि चक्रवात की अब रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की है। बिहार में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है, क्योंकि राज्य में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। पात्रो ने चक्रवात के कारण हुई तबाही का जानकारी देते हुए कहा कि 12 जिलों के 14,514 गांव प्रभावित हुए हैं जिनकी जनसंख्या 8,53,620 है। प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालकर आश्रय स्थलों पर ले जाने के कारण फैलिन से बहुत बड़ी तबाही नहीं हुई जबकि वर्ष 1999 में आए महातूफान में करीब 10 हजार लोग मारे गये थे। मंत्री ने कहा कि 8,73,646 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण पांच लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर खड़ी फसल नष्ट हो गई, जिससे करीब 2400 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ। ओडिशा खासकर गंजाम जिले में कच्चे मकानों के अलावा बिजली, टेलीफोन लाइनें, रेल, सड़क यातायात खासा प्रभावित हुआ। पात्रो ने कहा कि भुवनेश्वर में हजारों पेड़ और खंभे उखड़ गये और गोपालपुर से 20 किलोमीटर दूर परमपुर में कई इमारतें प्रभावित हुईं। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में राहत अभियान पूरी रफ्तार के साथ जारी है और तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। श्रीकाकुलम के कलेक्टर सौरभ गौर ने कहा कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में 39 गांव जलमग्न हो गये हैं। आंध्र प्रदेश में राज्य आपदा प्रबंधन आयुक्त टी राधा ने कहा कि श्रीकाकुलम जिले के इतचारपुरम में 19.8, कविती में 15.42, कांचाली में 14.76, कोथाबोम्माली में 10.8 और सोमपेटा में 10.7 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। राधा ने कहा कि आसमान साफ है। हम उखड़ कर गिर गये पेड़ों को हटाकर रास्ता साफ कर रहे हैं। सबकुछ सामान्य और शांतिपूर्ण है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरन कुमार रेड्डी ने आज सुबह मुख्य सचिव पीके मोहंती के साथ स्थिति की समीक्षा की और प्रशासन से विशेषकर श्रीकाकुलम जिले में तेजी से बचाव एवं राहत कार्य करने के लिए कहा। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कमांडेंट प्रशांत दार ने कहा कि राहत शिविरों में जिन लोगों को शरण दी गई है उन्हें भोजन, दवाएं और अन्य जरूरी चीजें मुहैया करायी जा रही हैं। एनडीआरएफ ने सुबह से अपना अभियान तेज कर दिया है और नौसेना को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमने सुबह छह बजे से राहत अभियान शुरू किया, क्योंकि मौसम में सुधार हुआ है। हमें रिपोर्ट मिली है कि दो स्थानों पर 110 लोग फंसे हुए हैं। हमारी टीमें उन्हें बचाने के लिए रवाना हो गई हैं। चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में सैकड़ों पेड़ गिर गए हैं। पेड़ों के सड़कों पर गिरने से यातायात प्रभावित हुआ है। एनडीआरएफ कर्मी रास्ता साफ करने के लिए गिरे पेड़ों को हटाने का प्रयास कर रहे हैं।

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