Tuesday 22 October 2013

कौन है अक्षय के घर का ‘बॉस’

Image Loadingखिलाड़ी कुमार’ के रूप में मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार का करियर इन दिनों फ्लॉप व हिट फिल्मों के बीच झूला झूल रहा है। अब वह ‘बॉस’ में एक नई ऊर्जा के साथ अपने खिलाड़ी रूप को बिल्कुल नए अंदाज में लेकर आए हैं। यदि यह कहें कि फिल्म ‘बॉस’ में अक्षय कुमार एक बंदर की तरह गुलाटी मारते हुए नजर आए हैं तो गलत न होगा।
‘ब्लू’ की असफलता के बाद एंथनी डिसूजा को ‘बॉस’ सौंपते समय आपको रिस्क नहीं लगा?
यह सच है कि मैं अभिनेता और फिल्म निर्माता दोनों हूं और फिल्म में पैसा लगाते समय उसकी रिकवरी की बात भी सोचता हूं। पर मुझे इसमें रिस्क वाली कोई बात नहीं लगी, क्योंकि मेरा मानना है कि महज एक फिल्म के फ्लॉप होने से कोई भी कलाकार, निर्देशक या तकनीशियन खराब साबित नहीं हो जाता। सचिन ने कौन-सी पहले ही मैच में सेंचुरी लगा दी थी? वह भी तो बहुत कम रन बना कर आउट हो गए थे.. तो मौका मिलना चाहिए, जिससे इंसान अच्छा काम करके दिखाए। मुझे लगता है कि ‘बॉस’ देख कर हर कोई यह मान लेगा कि एंथनी डिसूजा एक बेहतरीन निर्देशक, बेहतरीन तकनीशियन हैं। कहा जा रहा है कि हृतिक के सिर की चोट से सबक लेते हुए आपने भी ‘बॉस’ में खतरनाक स्टंट नहीं किये?
हृतिक के साथ जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, पर मैं तो अपने स्टंट करते समय बहुत सावधान रहता हूं। छोटी ऊंचाई से भी नीचे कूदता हूं तो इस बात पर ध्यान देता हूं कि जमीन गीली या ऊबड़-खाबड़ तो नहीं है। पर ‘बॉस’ में भी मैंने खतरनाक स्टंट किए हैं। उसमें दो पहिए वाली चलती कार पर खड़े होकर स्टंट किया है। इस फिल्म में तो आपने हरियाणवी भाषा भी बोली है?
जी हां! यदि चरित्र को वास्तविक बनाना है तो भाषा सीखनी पड़ती है। वैसे फिल्म में हरियाणवी भाषा के शब्दों का उपयोग बहुत ज्यादा नहीं है, केवल कुछ जगहों पर है। आपके लिए ‘बॉस’ के क्या मायने हैं?
आज बॉस के कोई मायने नहीं रहे। अब तो कोई भी आदमी किसी को भी बॉस बोल देता है। बहुत ही सस्ता शब्द हो गया है ये।   पर आपके घर में बॉस कौन है?
मेरे घर में तो मेरी सिस्टर इन लॉ (ट्विंकल की बहन रिंकी खन्ना) ही बॉस है। आपने अपने पिता से ऐसा क्या खास सीखा है, जो आप अपने बेटे को दे रहे हैं?
सभी कुछ दे रहा हूं। सबसे बड़ी बात है लोगों की इज्जत करना। मैं हमेशा अपने बेटे से कहता हूं कि बेटे, अगर तुम किसी से भी छोटा-सा ज्ञान लेते हो तो उसके पैर छूने से कभी मत कतराना। यह एक बहुत छोटी-सी बात है, लेकिन इसके पीछे विज्ञान भी है। जब आप किसी के पैर छूते हैं और वह आशीर्वाद के रूप में अपना हाथ आपके सिर पर रखता है तो उसकी एनर्जी आपको मिलती है। ‘रोबोट’ करने के बाद डैनी फिल्में नहीं करना चाहते थे। आपने उन्हें ‘बॉस’ के लिए कैसे राजी किया?
उन्हें फिल्म की कहानी पसंद आ गयी थी। किसी भी फिल्म में उनसे काम करवाना आसान नहीं होता। वह कहानी सुनते हैं, स्क्रिप्ट पढ़ते हैं, किरदार पर गौर करते हैं, उसके बाद ही काम करना स्वीकार करते हैं। चर्चा है कि आप बहुत ज्यादा काम कर रहे हैं?
पता नहीं, लोगों को ऐसा क्यों लग रहा है कि मैं ज्यादा काम करता हूं। अब इससे ज्यादा और क्या कहूं। लेकिन आपके समकालीन कलाकार एक समय में एक ही फिल्म करते हैं और आप एक साथ तीन-चार?
मैं मेहनत करने से कभी भी नहीं हिचकता। मैं तो ऐसी इंडस्ट्री में काम करता हूं, जहां मैं ज्यादा से ज्यादा मेहनती लोगों को जोड़ना चाहता हूं। मैं ज्यादा फिल्में बनाता हूं या ज्यादा काम करता हूं तो उन फिल्मों में ज्यादा लोगों को काम दे पाता हूं।  फिल्म ‘वेलकम बैक’ में जॉन अब्राहम की वापसी से आप कितने खुश हैं?
जॉन अब्राहम अच्छे कलाकार व अच्छे इंसान हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग बहुत अच्छी है। मैंने उनके साथ तीन फिल्में की हैं। फिल्म ‘वेलकम बैक’ में फिर से उनके साथ काम करके मुझे मजा आया। बॉलीवुड में खान कलाकारों के बाद हर कोई आपके साथ काम करना चाहता है। कैसा लगता है?
जब लोग मेरे काम की तारीफ करते हैं तो मुझे एक कलाकार के तौर पर खुशी होती है। वैसे भी मुझे जो सफलता मिली है, वह किसी तिकड़म से नहीं, बल्कि मेरे कठोर परिश्रम का नतीजा है।  क्या वजह है कि सोनाक्षी सिन्हा को आपके लिए लकी माना जा रहा है?
जिस ढंग से लोग सोचते हैं, उस ढंग से हम नहीं सोचते। हर बार साथ काम करने के पीछे कई और कारण भी हो सकते हैं।

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