Wednesday 2 October 2013

बनना चाहता था फौजी, बन गया क्रिकेटरः एम एस धोनी


भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी
कैप्टन कूल एमएस धोनी ने टीम इंडिया को क्रिकेट के हर फॉरमेट में बुलंदियों तक पहुंचाया. लेकिन रांची का ये लड़का क्रिकेटर नहीं, कुछ और बनना चाहता था. धोनी ने बताया कि वह बचपन से ही फौजी बनना चाहते थे. वो रांची के कैंट एरिया में अक्सर घूमने चले जाते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था, वो फौज के अफसर नहीं बन पाए और क्रिकेटर बन गए. क्रिकेटर नहीं 'जवान' बनना चाहते थे धोनी
धोनी ने ये खुलासा सेना के जवानों के बीच किया. धोनी ने मिलिट्री के पैराशूट रेजीमेंट में जवानों के साथ एक दिन बिताया और इन खास पलों का साक्षी रहा सबसे तेज चैनल आजतक. धोनी क्रिकेटर तो हैं ही, साथ ही टेरीटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं.
माही ने जवानों से बहुत कुछ सीखा
पैराशूट रेजीमेंट में पूरा दिन धोनी ने खूब मस्ती की. जवानों से बातें कीं, उनसे बहुत कुछ सीखा. मार्क ड्रिल देखा. आतंकी हमले के वक्त फौजी किस तरह मोर्चे पर डट जाते हैं, धोनी ने ये सब देखा और सीखा भी. निशानेबाजी के शौकीन धोनी शूटिंग रेंज में गए और जमकर निशाने लगाए. कैप्टन कूल ने यहां खूब हंसी मजाक भी किया.
'वर्दी में कुछ तो खास है'
आजतक के शो सॉलिड जवान, स्टार कप्तान में धोनी ने ये बताया कि उन्हें ऊंचाई से बहुत डर लगता है. इसके बावजूद धोनी ने फैन जंप किया. जब वो नीचे से ऊपर आए तो कहा, 'इस वर्दी में कुछ खास है. शायद इस वर्दी का कमाल है जो मुझे डर नहीं लगा.'
'मैं पल दो पल का शायर हूं...'
धोनी ने इसके बाद शाम को चाय के बाद जवानों के साथ शानदार महफिल जमाई. जवानों ने खूब गाने सुनाए और डांस भी किया. धोनी से जवानों ने डांस की फरमाइश की, लेकिन धोनी ने कहा कि जब वो अगली बार आएंगे तो जरूर नाचेंगे. फिर धोनी ने जवानों को गाना सुनाया, 'मैं पल दो पल का शायर हूं...'
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले फ्रिज में बैठ जाते हैं धोनी!
जवानों ने धोनी से खूब सवाल भी पूछे. एक जवान ने पूछा कि आप इतने कूल कैसे रहते हैं. इस पर धोनी ने जवाब दिया, 'जिस दिन मुझे प्रेस कान्फ्रेंस करनी होती है, उससे एक दिन पहले मैं फ्रिज में जाकर बैठ जाता हूं, इसीलिए कूल रहता हूं.'
देश की सेवा करना चाहते हैं माही...
धोनी जवानों से बड़ी गर्मजोशी से मिले. दिल खोलकर तारीफ भी की. एक सवाल के जवाब में धोनी ने कहा, 'बचपन से ही मैं सेना में जाना चाहता था. रांची में आर्मी एरिया में अक्सर चला जाता था. वहां जवानों को देखकर सोचता था कि एक दिन मैं भी ऐसा ही बनूंगा.' क्रिकेटर होने के बाद फिर आर्मी में आने को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में धोनी ने कहा, 'मैं देश की सेवा करना चाहता हूं. और इस तरह से मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला तो मैंने मंजूर कर लिया.'
IPL में खेल सकते हैं सेना के जवान
एक जवान ने पूछा, 'आप क्रिकेटर होकर फौजी बन गए और हम फौजी होकर क्रिकेटर क्यों नहीं बन पाते, हम आईपीएल में क्यों नहीं खेल पाते?' इस पर धोनी बोले, 'क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसे कोई भी खेल सकता है. कोई बंदिश नहीं है. आप भी आईपीएल खेल सकते हैं. अगर आपके अंदर बढ़िया क्रिकेट खेलने की खूबी है तो आपको भी खेलने का मौका मिल सकता है.'
... और धोनी हो गए इमोशनल
सेना के जवानों के साथ धोनी के कई अनदेखे, अनजाने पहलू सामने आए. धोनी जब सैनिकों की विधवाओं और बच्चों से मिले तो उनका एक अलग चेहरा देखने को मिला. धोनी इमोशनल हो गए. सैन्य विधवाओं के बच्चों के साथ वक्त बिताया, उनकी तमाम मांगें पूरी की. उन्हें ऑटोग्राफ दिया और तस्वीरें भी खिंचवाई.

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