Monday 14 November 2011

ये भाई साहब पहले थे नाई..अब हैं अरबों के मालिक


बंगलुरु: यह दास्तां एक ऐसे मेहनतकश इंसान की है जो किसी समय नाई की दुकान चलाता था लेकिन अब तीन करोड़ रुपए की रॉल्स रॉयस चलाता है।

इन सज्जन का नाम है रमेश बाबू और इनकी उम्र् है महज 41 साल। जब वे 7 साल  के थे तो उनके पिता गुजर गए। पिता वहां नाई का काम रते थे। रमेश बाबू की मां ने लोगों के घरों में खाना पकाने का काम किया ताकि बच्चों का पेट भर सकें। उन्होंने अपने पति की दुकान महज 5 रुपए महीना पर किराए में दे दी।



रमेश बाबू तमाम कठिनाई के बावजूद पढ़ाई करते थे। उन्होंने इलैक्ट्रोनिक्स में डिप्लोमा किया। 1989 में उन्होंने पिता की दुकान वापस लेकर उसे नए सिरे से चलाया। इस दुकान को मॉडर्न बनाकर उन्होंने खूब पैसे कमाए और एक मारुति वैन खरीद ली। लेकिन चूंकि वह कार खुद नहीं चला पाते थे तो उन्होंने कार को किराए पर देना शुरु कर दिया। इस तरह से उन्होंने अपनी कंपनी रमेश टूर ऐंड ट्रेवल्स की शुरुआत की।



आज रमेश  बाबू के पास 90 कारों का काफिला है इनमें मर्सिडीज से लेकर बीएमडब्ल्यू तक है। वह रॉल्स रॉयस जैसी महंगी कारें भी चलाते हैं जिनका एक दिन का किराया 50,000 रुपए तक है।



रमेश बाबू के पास 60 से भी ज्यादा ड्राइवर हैं। लेकिन आज भी उनका सैलून इनर स्पेस चल रहा है

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