Tuesday 22 November 2011

मां के खौफनाक कदम से परिवार में आ गया भूचाल!

होशियारपुर. शहर के घंटाघर के साथ लगते मुहल्ले में सोमवार को एक विवाहिता रिंपी ने जुड़वां बेटों का गला दबाकर खुद को फांसी लगा ली। इस घटना में रिंपी व उसके एक बेटे आर्यन की मौत हो गई और दूसरा बेटा शुभम बच गया।



रिंपी ने यह कदम पति की बेरोजगारी से परेशान होकर उठाया है। इस मामले के बारे में पता तब चला जब रिंपी का पति दोपहर के समय घर लौटा। मृतका रिंपी निवासी गांव बजाजी(बुल्लोवाल) की शादी पांच साल पहले होशियारपुर के घंटाघर मुहल्ले के रहने वाले रिंकू के साथ हुई थी। सवा साल पहले ही रिंपी को दो जुड़वां बेटे हुए थे। जिनका नाम आर्यन व शुभम रखा था।

रिंकू शहर के किसी फ्रूट स्टोर पर काम करता था लेकिन पिछले कई दिनों से बेरोजगार था। घर का खर्चा मुश्किल से चल रहा था। रोजगार की तलाश में रिंकू सोमवार सुबह घर से नाश्ता कर शहर गया था। 2.30 बजे के करीब जब वह घर लौटा तो पत्नी रिंपी के शव को पंखे से लटकता देख सन्न रह गया।

रिंकू की चीख सुनकर रिंकू के पिता मोहनलाल व मां कृष्णा देवी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बच्चों को बिस्तर पर देखा तो आर्यन की मौत हो चुकी थी जबकि शुभम की सांसें चल रही थी। परिजन शुभम को डाक्टर के पास ले गए और उसकी जान बच गई।

ससुराल पक्ष ने कहा अंदेशा नहीं था रिंपी ऐसा करेगी

मृतका रिंपी के पति रिंकू व उसके घरवालों ने बताया कि सुबह 11 बजे के बाद रिंपी ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया था। घर के लोग यही सोच रहे थे कि शायद वह अंदर आराम कर रही है। हमें अंदेशा नहीं था कि रिंपी ऐसा कुछ कर सकती है।

भाई के आने का इंतजार

डीएसपी सिटी दिग्विजय कपिल ने बताया कि प्रथम दृष्टि में मामला आत्महत्या का लगता है। रिंपी के मामा व अन्य रिश्तेदारों ने किसी तरह का संदेह प्रगट नहीं किया लेकिन मृतका का भाई जो यूपी के शाहजहांपुर में रहता है का कहना है वह सुबह तक होशियारपुर पहुंच जाएगा, अत: शव को घर पर ही रखा जाए। यदि भाई ने संदेह व्यक्त किया तभी पुलिस कार्रवाई करवाई जाएगी।

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