Sunday 27 November 2011

फेफड़े में ट्यूमर लिए युवराज ने दिलाया वर्ल्डकप, मां शबनम का खुलासा



 स्टार क्रिकेटर युवराज सिंह की मां शबनम सिंह ने शनिवार को यह खुलासा कर सबको चौंका दिया कि युवराज के बाएं फेफड़े में गोल्फ की गेंद के आकार का ट्यूमर था, जो अब काफी हद तक ठीक हो गया है। रिकवरी के लिए ही वे टीम से बाहर हैं। शबनम ने यह बात मेल के जरिए कही। उन्होंने बताया, युवी का इलाज चल रहा है और समस्या अब ठीक होने के करीब है। युवराज ने देर शाम ट्वीट कर फिक्र करने के लिए सबका आभार जताया और कहा-‘मैं जल्द मैदान पर लौटूंगा।’ 

क्या है यह बीमारी

शरीर में एक विशिष्ट तरीके का फ्ल्यूड जमकर ट्यूमर की शक्ल ले लेता है। समय रहते इलाज से इसे ठीक किया जा सकता है। यह मेडिसन से ठीक न हो तो डॉक्टर्स इसे सर्जरी से निकाल देते हैं।

अभी क्या जरूरत पड़ी बताने की

शनिवार को युवराज की मां शबनम ने जो ईमेल किया, उसका मकसद युवराज की असली बीमारी को सामने लाना था ताकि युवी के प्रशंसक जान सकें कि टीम इंडिया का यह स्टार बल्लेबाज किन हालात से गुजर रहा है। शबनम ने कहा, हमने पूरे परिवार से सलाह लेकर यह फैसला किया है ताकि युवराज के प्रशंसकों को पता चल सके कि उनका चहेता इस समय कठिन दौर से गुजर रहा है। 

कब पता चला इसके बारे में 

वल्र्डकप में जब युवी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा कर मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे तो उन्हें खुद मालूम नहीं था कि उन्हें ट्यूमर है। वल्र्डकप के दौरान युवी को खांसी और उल्टी की शिकायत हुई थी। लेकिन, युवी ने इसे हल्के में लिया और टूर्नामेंट खेलते रहे। उसके बाद उनकी जांच हुई तो फेफड़े में ट्यूमर होने का पता चला। तुरंत ट्रीटमेंट शुरू किया गया।

रशियन डॉक्टर से इलाज जारी

युवी के पिता योगराज सिंह ने बताया कि युवी के बाएं फेफड़े में करीब 3 इंच का एक ट्यूमर है। जब युवी को खांसी, उल्टी और सांस लेने में परेशानी होने लगी तो इसका पता चला। युवी के फिजियो जतिन चौधरी के अलावा एक रशियन डॉक्टर भी युवी का इलाज कर रही हैं। डॉक्टर के अनुसार थोड़े समय बाद युवी पूरी तरह फिट हो जाएंगे।

सामने आया मां का दर्द

6-7 महीने मेरे बेटे के लिए काफी मुश्किलों भरे रहे। वल्र्ड कप जीतने की चकाचौंध के बीच युवराज ने जिंदगी के वे पल गुजारे, जो एक खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होते। वल्र्ड कप के दौरान युवी को लगातार खांसी और उल्टी की शिकायत रही। उसने इसे नजरअंदाज किया, क्योंकि उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा सपना वर्ल्ड कप जीतना था। वह नहीं चाहता था कि कोई भी चीज उसमें रोड़ा बने। वर्ल्ड कप के बाद जब यह दिक्कत बढ़ गई तो हमने डॉक्टर की सलाह ली। टेस्ट रिपोर्ट्स आने के बाद हम सदमे में थे। युवी के फेफड़े में ट्यूमर पाया गया। वह एक फाइटर खिलाड़ी है और एक बार फिर शानदार तरीके से वापसी करेगा। 
(यह वह ईमेल है जो शबनम सिंह ने लिखी है, इसकी एक प्रति भास्कर के पास है)

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