Monday 24 February 2014

एशिया की जंग: इन 7 धुरंधरों पर रहेंगी नजरें, किसका बजेगा डंका?

नई दिल्ली। बांग्लादेश में होने वाले एशिया कप का मंच तैयार है, टीमें भी तैयार हैं और फैंस भी..एशियाई क्रिकेट दीवानों के लिए ये टूर्नामेंट उतना ही अहम है जितना कि कोई अन्य टूर्नामेंट, ऐसे में 25 फरवरी से 7 मार्च तक चलने वाले इस वनडे टूर्नामेंट पर सभी की निगाहें टिकी होंगी। टूर्नामेंट के 11 मैचों में एशिया के तमाम धुरंधर आमने-सामने होंगे लेकिन कौन होंगे इस टूर्नामेंट की टीमों के वो 7 स्टार धुरंधर जिन पर होंगी सभी की नजरें, आइए जानते हैं।
1. विराट कोहली (भारत, बल्लेबाज):
इन फॉर्म बल्लेबाज होने के साथ-साथ दिल्ली के इस धुआंधार बल्लेबाज के ऊपर अब एक और बोझ होगा..कप्तानी का। वैसे विराट इससे पहले भी कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं और एक युवा टीम को विदेशी जमीन (जिंबॉब्वे) पर 5-0 की एतिहासिक जीत भी दिला चुके हैं, ऐसे में अब इस खिलाड़ी को कोई भी तर्क रोकता नजर नहीं आ रहा है। टेस्ट से लेकर वनडे तक और वनडे से लेकर टी20 तक..हर फॉर्मेट में पिछले पांच सालों में विराट का प्रदर्शन लाजवाब रहा है। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी आलोचनाओं और चोट के बीच झूलते हुए इस टूर्नामेंट से बाहर रहेंगे, ऐसे में अगर विराट इस टीम को अपने दम पर खिताब दिलाते हैं तो शायद भारतीय क्रिकेट में रातों-रात कप्तानी से जुड़े समीकरण बदल सकते हैं। विराट दुनिया की हर पिच पर माहिर हैं और एशिया के अंदर तो उनका बल्ला गरजता ही रहा है। अब तक इस बल्लेबाज ने 130 वनडे मैचों में 51.85 की शानदार औसत से 5445 रन बनाए हैं जिसमें 18 शतक और 30 अर्धशतक शामिल हैं।
2. शाहिद आफरीदी (पाकिस्तान, ऑलराउंडर):
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी व सबसे शानदार ऑलराउंडर 33 वर्षीय शाहिद आफरीदी आज भी अपने देश व दुनिया के तमाम क्रिकेट फैंस के बीच उतने ही लोकप्रिय हैं जितने कि अपने करियर के शुरुआती दिनों में हुआ करते थे। ना ढलती उम्र का असर दिख रहा है, ना थकान का..ऐसे में उनकी गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों ही फैंस के रडार पर रहेंगी। अपनी बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, दोनों के जरिए वो कभी भी, कहीं भी मैच का पासा पलटने का दम रखते हैं, ऐसे में इस खिलाड़ी पर नजरें टिकी रहना लाजमी है। आफरीदी ने अपने वनडे करियर में अब तक 373 मैचों में 23.34 की औसत से 7516 रन बनाए हैं जिसमें 6 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा इतने ही मैचों में उन्होंने 4.62 की औसत से 375 विकेट भी चटकाए हैं।
3. कुमार संगकारा (श्रीलंका, विकेटकीपर-बल्लेबाज):
36 वर्षीय श्रीलंका का ये पूर्व कप्तान बेशक आज टीम का मुखिया ना हो लेकिन वो अब भी इस टीम के सबसे अनुभवी, सबसे अहम और जानदार खिलाड़ी हैं। कप्तानी कंधों पर ना होने से उन पर दबाव कम है और इसका नजारा फैंस बार-बार देख चुके हैं। एशिया कप बांग्लादेश की जमीं पर हैं और संगकारा ने हाल में ही बांग्लादेश के खिलाफ उन्हीं की पिचों पर टेस्ट व टी20 में अपने बल्ले से धमाल मचाकर सभी एशियाई टीमों को आगाह कर दिया है। वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 128 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली जबकि चटगांव टेस्ट में वो श्रीलंका की तरफ से पहला तिहरा शतक (319) व उसी मैच की दूसरी पारी में भी शतक (105) जड़ने में सफल रहे थे। उनके इस फॉर्म से ये साफ हो जाता है कि संगकारा से बचना विरोधी टीम के गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होने वाला। अब तक 364 वनडे मैचों में 40.30 की औसत से 17 शतक और 83 अर्धशतक की मदद से 12,252 रन बनाने वाले इस बल्लेबाज पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी इसमें कोई शक नहीं है।
4. दिनेश कार्तिक (भारत, विकेटकीपर-बल्लेबाज):
आइपीएल नीलामी में 12.5 करोड़ की रकम के साथ दूसरा सबसे महंगा खिलाड़ी बनना और फिर धौनी के टीम से बाहर हो जाने पर अचानक टीम इंडिया में मौका मिलना..शायद पिछले कुछ दिन विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक के लिए बहुत खास बन चुके हैं। तमिल नाडु के 28 वर्षीय इस धुआंधार खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट के कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बाद चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा और धौनी की गैरमौजूदगी की स्थिति में उनका चयन ऑटोमैटिक होना ही था। इस बार कार्तिक का लक्ष्य होगा अपनी बल्लेबाजी को उस चरम तक ले जाना जहां वो चयनकर्ताओं पर इतना प्रभाव छोड़ने में सफल रहें कि धौनी की मौजूदगी में भी उनका पत्ता ना कटे। अब तक 67 वनडे मैचों में 28.06 की औसत से 1263 रन बनाने वाले इस खिलाड़ी से अहम व रोमांचक मौकों पर फैंस को काफी उम्मीदें रहती हैं और उपमहाद्वीप की पिचों में उनका माहिर होना एशिया कप में उनको भी फेवरेट बनाता है।
5. मुश्फिकुर रहीम (बांग्लादेश, विकेटकीपर-बल्लेबाज):
मेजबान देश बांग्लादेश के जिस एक खिलाड़ी पर घरेलू फैंस की नजरें टिकी होंगी वो हैं उनके कप्तान मुश्फिकुर रहीम। रहीम 25 वर्षीय वो बांग्लादेशी कप्तान हैं जिन पर उनका पूरा देश भरोसा करता है। चार-पांच दिन पहले ही उन्होंने ढाका में दिग्गज श्रीलंकाई टीम के खिलाफ वनडे मैच में 79 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। टीम में तमीम इकबाल का ना होना और प्रतिबंध के चलते स्टार ऑलराउंडर शाकिब-अल-हसन का एशिया कप के दो मैचों से बाहर रहना बांग्लादेश को काफी भारी पड़ सकता है, ऐसे में रहीम ही वो खिलाड़ी हैं जिनको अपनी कप्तानी के साथ-साथ अपने खेल से भी इन दो खिलाड़ियों की कमी को पूरा करना होगा। रहीम ने अब तक 125 वनडे मैचों में 26.92 की औसत से 2585 रन बनाए हैं जिसमें एक शतकऔर 13 अर्धशतक शामिल है। टूर्नामेंट उन्हीं के देश में है ऐसे में नजरें उन पर टिकी रहेंगी इसमें कोई दो राय नहीं है।
6. मोहम्मद शहजाद (अफगानिस्तान, विकेटकीपर-बल्लेबाज):
बेशक अफगानिस्तान की टीम को किसी भी लिहाज से एशिया कप का दावेदार ना माना जा रहा हो लेकिन ये बात उतनी ही सच है कि क्रिकेट में ऐसी ही टीमों ने कई बार बड़े टूर्नामेंटों में धुरंधर टीमों का तख्ता पलट किया है। अफगानिस्तान की टीम भी इसमें सक्षम है और जिस एक खिलाड़ी पर उनके फैंस की नजरें टिकी होंगी वो हैं उनके विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद। ये इत्तेफाक ही है कि एशिया कप 2014 के जिन पांच फेवरेट खिलाड़ियों का हम जिक्र इस सूची में कर रहे हैं उनमें चार खिलाड़ी विकेटकीपर-बल्लेबाज ही हैं। संगकारा, कार्तिक और रहीमके बाद जिस एक विकेटकीपर-बल्लेबाज पर सभी क्रिकेट फैंस की नजरें शहजाद पर टिकी होंगी जो कि अफगानिस्तान की तरफ से 25 वनडे मैचों में सर्वाधिक 844 रन बनाने वाले िखलाड़ी हैं और उनकी टीम से शतक मारने वाले भी पहले खिलाड़ी थे। अब तक वनडे में वो तीन शतक जड़ चुके हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम एक दोहरा शतक (214) भी है।
7. लसिथ मलिंगा (श्रीलंका, गेंदबाज):
हाल में बेशक श्रीलंका के धुआंधार तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा का फॉर्म थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रहा हो लेकिन उनकी गेंदबाजी कभी चर्चा के बाहर नहीं रहती और ना ही एशिया कप में चर्चा के बाहर रहेगी। उपमहाद्वीप की पिचों पर उनकी यॉर्कर गेंदें, रफ्तार और असाधारण एक्शन बल्लेबाजों को कितना परेशान कर सकता है इससे सब वाकिफ हैं। अब तक 162 वनडे मैचों में 245 विकेट ले चुके इस अनुभवी गेंदबाज पर श्रीलंकाई टीम की काफी उम्मीदें टिकी होंगी।

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