Wednesday 11 September 2013

मुजफ्फरनगर में कर्फ्यू में ढील, बागपत में कांस्टेबल जख्मी

Image Loading दंगा प्रभावित मुजफ्फरगनर जिले में हालात में धीरे-धीरे हो रहे सुधार के बीच बुधवार को कर्फ्यू में पांच घंटे की ढील दी गयी, जबकि बागपत में हुई सांप्रदायिक झड़प में एक कांस्टेबल जख्मी हो गया। मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि जिले में हालात काबू में हैं और आज दिन भर किसी अप्रिय घटना के होने की कोई सूचना नहीं है। महानिरीक्षक, एसटीएफ, आशीष गुप्ता ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि जिले के कोतवाली, सिविल लाइंस और नई मंडी इलाकों में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गयी और बाद में इसे बढ़ाकर 5 बजे तक कर दिया गया। गुप्ता ने कहा कि बागपत के तीरथल गांव में दो समुदायों के बीच झड़प हुई, जिसमें एक-दूसरे पर पत्थरबाजी की गयी। एक कांस्टेबल के सिर में चोटें आयी हैं। मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी ने कहा कि कर्फ्यू में ढील के वक्त कड़ी चौकसी बरती गयी और अर्धसैनिक बल हाई अलर्ट पर हैं। सांप्रदायिक हिंसा के बाद शनिवार को प्रशासन ने कोतवाली, सिविल लाइंस और नई मंडी इलाकों में कर्फ्यू लागू कर दिया था । कल इन इलाकों में ढाई घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गयी थी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई झड़पों में 40 लोग मारे गए हैं । मुजफ्फरनगर में 34 लोगों के मारे जाने के अलावा मेरठ में दो और हापुर, बागपत, सहारनपुर और शामली में एक-एक लोगों के मारे जाने की सूचना है । आगरा में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल मुजफ्फरनगर और इससे सटे इलाकों में हालात का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं और परेशानी पैदा कर रहे हैं। मुलायम ने कहा कि यदि हम सतर्क नहीं रहेंगे तो ऐसी घटनाएं दोहरायी जाएंगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश की जनता ने जिन लोगों पर यकीन नहीं किया, उनमें से कुछ लोग स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। सपा नेता ने कहा कि हम ऐसा नहीं होने देंगे चाहे हमें बड़े से बड़ा त्याग करने की जरूरत क्यों न पड़े। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा सांप्रदायिक हिंसा के पीछे राजनीतिक साजिश की आशंका जताए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में कहा कि जब तक मुझे मुजफ्फरनगर में हिंसा के बारे में पूरी रिपोर्ट नहीं मिल जाती, मैं राजनीतिक साजिशों के बारे में नहीं कह सकता। लेकिन राजनीतिक दल इसमें शामिल हो सकते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि अर्धसैनिक बलों की 80 कंपनियां उत्तर प्रदेश में तैनात किए गए । थलसेना की भी तैनाती की गयी है। अब कर्फ्यू में ढील दी गयी है । हालात में सुधार हो रहा है। अखिलेश यादव ने कल कहा था कि राज्य सरकार उन लोगों से सख्ती से निपटेगी जिन्होंने सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने और मुजफ्फरनगर तथा उत्तर प्रदेश के माहौल में जहर घोलने की कोशिश की है। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक न्यूज चैनल के संवाददाता राजेश वर्मा की पत्नी को 15 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी जो सांप्रदायिक झड़पों के दौरान मारे गए थे।

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