Saturday 21 September 2013

जिम जाने में आप क्यों रहें पीछे

Image Loadingलड़कियां यूं तो किसी भी काम में अब पीछे नहीं रहीं और सेहत का भी पूरा ख्याल रखती हैं, फिर भी जिम में उनकी संख्या कम ही नजर आती है। अपनी सेहत का खास ख्याल रखती हैं तो जिम से परहेज क्यों। आप भी जिम का लाभ उठा सकती हैं, बता रही हैं करुणा कृति
लड़कों का जिम जाना आज आम बात है, लेकिन इस मामले में लड़कियां अब भी लड़कों से काफी पीछे हैं। इसके पीछे का कारण शायद यह है कि उन्हें लगता है कि जिम तो सिर्फ बॉडी बनाने के लिए होता है, उनका वहां क्या काम। पर नेशनल जिम के इंस्ट्रक्टर इंद्रजीत सिंह के अनुसार जिम लड़कियों के लिए भी काफी फायदेमंद जगह है। जिम में लड़कियों को लड़कों से अलग तरह के एक्सरसाइजेज कराई जाती हैं। वहां वे वजन कम करने के साथ महिलाओं से जुड़ी कई बीमारियों से निजात भी पा सकती हैं। ताकत के लिए जाएं जिम
जिम में एक्सरसाइज करने से आपको ऑक्सीजन प्राप्त होने के साथ आपकी कोशिकाओं को पोषण भी मिलता है और आपका हृदय बेहतर तरीके से काम करता है। जब आपका फेफड़ा और हृदय सही तरीके से काम करेंगे तो आप रोजमर्रा के कामों को करते वक्त और भी ज्यादा ऊर्जावान महसूस करेंगी। बढ़ती उम्र की परेशानियों से बचाएगा
उम्र बढ़ने के साथ ही आपको सेहत से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें हड्डियों का कमजोर होना सबसे आम है। जो लड़कियां इंस्ट्रक्टर के निर्देश के हिसाब से जिम में वर्कआउट करती हैं, उन्हें इस समस्या का खतरा कम होता है। उन्हें स्ट्रेन्थनिंग एक्सरसाइजेज जैसे वेटलिफ्टिंग, स्टेप एरोबिक्स, जॉगिंग आदि करने की सलाह दी जाती है।  त्वचा होगी सुंदर
कई अध्ययन यह साबित करते हैं कि नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से एक्ने बढ़ाने वाले टेस्टोरोन हार्मोन कम बढ़ते हैं। इससे आपके बंद पोर खुलते हैं और त्वचा से तेल और गंदगी जैसे विषैले तत्व पसीने के रूप में बाहर निकल जाते हैं। काया बनेगी छरहरी
आप अपने हिसाब से अपनी फिगर पा सकती हैं। जिम में रोइंग मशीन होती है, जिस पर एक्सरसाइज करने से आपकी थाईज, पेट और कूल्हों की अतिरिक्त चर्बी कम होती है। ध्यान रहे कि आप इंस्ट्रक्टर की देखरेख में ही मशीनों का इस्तेमाल कर रही हों, नहीं तो मशीनों के गलत इस्तेमाल से उल्टा असर भी पड़ सकता है। अनिद्रा की समस्या करे दूर
अच्छी नींद के लिए हफ्ते में 3-4 बार 20 से 30 मिनट के लिए वर्कआउट्स करें। आपके वर्कआउट्स और सोने के समय की बीच कई घंटों का अंतर होना चाहिए। मानसिक तौर पर रखे स्वस्थ
दिनभर की भागदौड़ से महिलाएं अक्सर तनाव में रहती हैं। ऐसे में जिम में एक्सरसाइज करने से कोर्टीसोल और एडरेनालिन नाम के तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स कम हो जाते हैं, जिससे वे खुशी महसूस करती हैं।

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