Sunday 15 September 2013

सेहत के लिए ज्यादा पानी पीने का मिथक टूटा

Sona Mohapatra My love
शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए क्या आपको प्रतिदिन आठ गिलास पानी पीने की जरूरत है? क्या सर्दियों में शरीर में पानी की कमी नहीं हो सकती? मानव शरीर के कुछ ऐसे ही मिथकों को तोड़ा है सोडास्ट्रीम (एक मशीन) ने।
वेबसाइट 'फीमेलफर्स्ट डॉट को डॉट यूके' की रपट के मुताबिक, ड्रिंकमेकर यंत्र मानव शरीर से जुड़े कुछ तथ्यों की ओर इशारा करता है जिन पर ध्यान देने की जरूरत है।

मिथक : प्रत्येक व्यक्ति को एक दिन में आठ गिलास पानी पीना चाहिए।

यों तो अधिक पानी पीना अच्छा है लेकिन सच्चाई यह है कि शरीर में पर्याप्त मात्रा में तरलता बनाए रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन आठ गिलास पानी की जरूरत नहीं होती है। किसी को कितनी मात्रा में तरल पदार्थ की जरूरत है, यह व्यक्ति के लिंग, गतिविधियों के स्तर और शारीरिक आकार पर निर्भर करता है।

मिथक : वास्तव में सिर्फ पानी ही शरीर को तरलता देता है।

यह सच नहीं है। केवल पानी ही नहीं, कई काबरेनेटेड पेय पदार्थ शरीर में तरलता का स्तर बनाए रखते हैं। इनमें सॉफ्टड्रिंक, जूस, चाय और एक हद तक कॉफी भी शामिल है। इसके अलावा रोजाना खाया जाने वाला भोजन आपके शरीर में 20 प्रतिशत तक तरलता लाता है।

मिथक : सर्दियों में आप निर्जलित नहीं हो सकते हैं।

यह सही नहीं है। हमारी त्वचा और सांस में नमी की कमी का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है। होंठ फटना, शुष्क आंखें और त्वचा में शुष्कता कम तरलता के ही लक्षण हैं। इसीलिए घर के अंदर काम कर रहे हों या सर्दी में बाहर हों, पानी की कमी के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अधिक से अधिक पेयजल का सेवन सुनिश्चित करें।

मिथक : प्यास पानी पीने का अच्छा संकेत होता है।

बहुत से लोग शरीर में तरलता बनाए रखने के लिए प्यास को एक संकेत  मानते हैं, लेकिन यह हमेशा सही नहीं हो सकता। 

No comments:

Post a Comment