
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बुधवार को आडवाणी से करीब आधे घंटे मुलाकात कर उन्हें मोदी की उम्मीदवारी पर मनाने की कोशिश की, लेकिन कोई आश्वासन हासिल करने में विफल रहे। राजनाथ से पहले पार्टी अध्यक्ष रहे नितिन गडकरी ने कल शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूत के रूप में आडवाणी से इसी उद्देश्य से भेंट की थी, लेकिन खबर है कि उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। गडकरी संघ नेताओं को ताजा घटनाक्रम की जानकारी देने नागपुर रवाना हो गये, जहां संघ मुख्यालय है। इस बीच भाजपा में संघ का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी महासचिव रामलाल को 19 सितंबर से पहले भाजपा संसदीय बोर्ड की तारीख तय करने को कहा गया है। आडवाणी के अलावा लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और दिल्ली के विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में मोदी के नाम के ऐलान का विरोध किया है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा संसदीय बोर्ड जितनी भी आमसहमति बना पाएगी, उसके अनुसार फैसला करेगा। उनसे सवाल किया गया था कि बोर्ड के सभी सदस्य क्या मोदी के नाम पर सहमत हैं। उन्होंने इन खबरों से इंकार किया कि बोर्ड की बैठक 13 सितंबर को हो सकती है । त्रिवेदी ने कहा कि तारीख को लेकर अभी कोई औपचारिक फैसला नहीं किया गया है।
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