Thursday 30 January 2014

...अगर गांधी जी सोशल मीडिया पर होते

अगर मोहनदास करमचंद गांधी के माने में इंटरनेट और सोशल मीडिया होता तो भारत छोड़ो आंदोलन के पहले दिन वो क्या ट्वीट करते? उनका ट्वीट केवल तीन शब्दों में होता: अंग्रेजी में 'डू ऑर डाई' और हिंदी में 'करो या मरो' जऱा सोचिए, ये तीन शब्द कितने प्रभावशाली साबित होते और इसे शायद लाखों बार री-ट्वीट किया जाता। या फिर उनके आंदोलन का ये नारा: 'क्विट इंडिया' या 'भारत छोड़ो'। इसी पैग़ाम को वो अपने फेसबुक के टाइम-लाइन पर कुछ इस तरह से अपडेट करते: 'मैं आपको एक छोटा सा मंत्र देता हूं। आप इसे अपने दिमाग में बसा लीजिए और आपकी हर सांस आपकी भावनाओं को अभिव्यक्त करे। ये मंत्र है, 'करो या मरो'। इसे कितना शेयर मिलता? इसका अंदाज़ा लगाना भी बेमानी है। और हां, वो
कौन सी तस्वीर पोस्ट करते? कितने लाइक मिलते? उस वक्त की एक तस्वीर है जिसमें गांधीजी कांग्रेसी नेताओं के बीच बैठे हैं और जिसमें सभी नेताओं की निगाहें उनकी तरफ टिकी हुई हैं, मानो वो उनके नेतृत्व का इंतजार कर रहे हैं। इसे लाखों लोग लाइक करते। उस समय गांधीजी स्वतंत्रता की मंजिल के करीब नहीं थे, लेकिन शायद अगर वो जमाना ट्विटर या फेसबुक का होता तो आजादी वर्ष 1947 से कहीं पहले मिल जाती। ठीक 9 अगस्त की सुबह गांधीजी ने भारत छोड़ो आंदोलन का नारा बुलंद कर दिया था। अगली सुबह महात्मा गांधी और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उन्हें सुबह उनके घर गिरफ्तार करने आई थी। जरा सोचिए उनकी गिरफ्तारी की ख़बर किस तरह से वायरल होती। शायद ये ख़बर दुनिया भर में सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग और वायरल के रिकॉर्ड तोड़ देती। उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंसा भड़क उठी थी। शायद उनकी गिरफ्तारी की खबर पारंपरिक मीडिया के बजाय सोशल मीडिया पर सब से पहले ब्रेक होती। कहा जाता है कि उनकी गिरफ्तारी की खबर देश के गांवों और पिछड़े इलाकों में काफी विलम्ब से पहुंची। जाहिर है अगर वो सोशल मीडिया और इंटरनेट का युग होता तो ये खबर मिनटों में देश भर में पहुंचती। और शायद हिंसा जो भड़की थी वो पूरे देश में फैल जाती जिस पर काबू पाने में ब्रिटिश राज नाकाम रहता। नरेंद्र मोदी और अरविन्द केजरीवाल जैसे नेता सोशल मीडिया का जिस तरह प्रभावशाली तरीके से इस्तेमाल करते हैं यह सब को पता है। अगर आज महात्मा गांधी जिंदा होते तो वो सोशल मीडिया पर हर जगह छाए रहते।
-जुबैर अहमद, बीबीसी संवाददाता"

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