Friday 24 January 2014

मौनी अमावस्या की तैयारी में जुटा मेला प्रशासन

raofamilysirsa
इलाहाबाद। माघ मेले के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। मेला प्रशासन के लिए पिछले सप्ताह हुई बारिश के कारण हुई अव्यवस्था को ठीक करने की चुनौती है। व्यवस्था बनाने में जुटे अधिकारी इस चुनौती में ही मौनी अमावस्या की तैयारी को भी समाहित मान रहे हैं।
बुधवार को धूप निकलने के कारण तैयारी तेज हुई तो गुरुवार को बूंदाबांदी ने तैयारियों की गति को मंद कर दिया। 1मौनी अमावस्या स्नान पर्व 30 जनवरी को है। ज्यों ज्यों यह तारीख नजदीक आ रही है मेला प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है। मेले की तैयारियों की पोल तो बीते सप्ताह में दो दिनों की बारिश ने खोल दी थी।
मौनी अमावस्या के दिन पचास लाख स्नानार्थियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतनी बड़ी संख्या में स्नानार्थियों को स्नान कराने के लिए घाटों का इंतजाम प्रमुख चुनौती है। गंगा की कटान तेज होने के कारण तमाम स्नान घाटों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। मकर संक्रांति पर्व पर 12 स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। इस बार स्नानार्थियों की संख्या बढ़ने के अनुमान के तहत स्नान घाट बढ़ाए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
वहीं मेला क्षेत्र के रास्तों को दुरूस्त किए जाने का काम लगातार जारी होने के बावजूद सेक्टर एक से लेकर पांच तक के तमाम रास्तों की हालत ठीक नहीं हो सकी है। पचास लाख से ज्यादा की भीड़ का अनुमानस्नानार्थियों की पहली प्राथमिकता संगम पर स्नान करने की होती है। इन दिनों संगम क्षेत्र के बड़े हिस्से में दलदल है। संगम क्षेत्र में दलदल की समस्या से निपटने के लिए बालू फैलाकर उसपर चकर्ड प्लेट बिछाने का काम जोरों पर चल रहा है। निगरानी टावर के आसपास तक चकर्ड प्लेट बिछ चुकी है। यहां पूरे संगम क्षेत्र में चकर्ड प्लेट बिछाने की योजना है। वहीं स्नान घाटों पर पुआल बिछाकर फिसलन दूर की जाएगी। वहीं खाक चौक के कुछ इलाकों, दंडी बाड़ा आदि में अभी भी दलदल बाकी है।
गुरुवार को सुबह शाम हुई बूंदाबांदी से आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का रुख ठीक नहीं होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। स्नान पर्व के एक दो दिन पहले बारिश होने की सूरत में सारी तैयारी जमींदोज हो सकती है। फिलहाल बारिश की आशंका के बीच तैयारियां जारी हैं।

No comments:

Post a Comment