Thursday 18 July 2013

झारखंड: हेमंत सरकार ने विश्वासमत हासिल किया

Image Loadingझारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक दल के नेता हेमंत सोरे न की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने आज झारखंड विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया।

82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में विश्वासमत के प्रस्ताव के पक्षमें 43 और विपक्ष में 37 मत पडे। प्रस्ताव के पक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के 18, कांग्रेस के 13, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पांच और निर्दलीय एवं अन्य के सात और विपक्ष में भारतीय जनता पार्टी के 18, झारखंड विकास मोर्चा के 11 और आजसू के छह, जनता दल (यूनाइटेड) के दो और भाकपा (माले) के एक विधायकों के वोट पडे।
   
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 20 जुलाई तक विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहा था और उन्होंने आज दो दिन पहले ही बहुमत साबित कर दिया।

झारखंड विधान सभा के अध्यक्ष सीपी सिंह ने सदन में विश्वासप्रस्ताव पारित होने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रस्ताव के पक्ष में 43 और विपक्ष में 37 मत पडे हैं। इससे पहले अध्यक्ष ने कांग्रेस के सजायाफ्ता विधायक सावना लकडा को विश्वास प्रस्ताव के मतदान में भाग लेने के लिए उनके विवेक पर निर्णय छोड दिया।
  
लकडा ने सत्तरूढ़ दल के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इससे पहले विपक्ष के नेता अर्जुन मुंडा ने लकडा के मतदान में हिस्सा लेने के मामले पर कहा कि उच्चतम न्यायालय ने सजायाफ्ता विधायक या सांसद के वोट देने पर रोक लगा दी है। इस पर अध्यक्ष ने विभिन्न नियमों का हवाला देते हुए कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने उन्हें लकडा के मामले में निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है और वह लकडा को स्वविवेक पर निर्णय लेने के लिए निर्देश देते हैं।
   
इससे पहले झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के विधायकों नेअपने विधायक निजामुद्दीन के लापता होने का मामला उठाया और आरोप लगाया कि सरकार ने उनका अपहरण किया है। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) प्रजातांत्रिक के विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार निजामुद्दीन की खोज करे क्योंकि कल से वह लापता  हैं।

 अध्यक्ष ने सरकार को निर्देश देते हुए कहा कि निजामुद्दीन केपरिवार वालों को भी प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए। निजामुद्दीन आज विधान सभा नहीं पहंचे जिसके कारण विश्वास प्रस्ताव के मतदान में भी वह भाग नहीं ले पाये। मतदान में झारखंड मुकित मोर्चा (झामुमो) के जिन दो विधायकों पर वारंट था उन दोनों को आज जमानत मिल गयी। झामुमो विधायक नलिन सोरेन और सीता सोरेन ने सदन की कार्यवाही में आज हिस्सा लिया और सरकार के पक्ष में मतदान किया। विश्वास प्रस्ताव पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी का राज्य के प्रति दायित्व है लेकिन वह चुनाव में जाने से डरती नहीं है।
    
उन्होंने कहा कि राज्य के वर्तमान हालात के लिए सभी विधायक जिम्मेदार है लेकिन आज विपक्ष में बैठकर कुछ लोग अपनी जिम्मेदारी से बचने का काम कर रहे हैं। सोरेन कहा कि 2009 में मिले जनादेश के बाद उनकी पार्टी ने अपने दायित्वों को निर्वहन किया। उन्होंने कहा कि पहले भी कमोबेश इसी तरह का जनादेश था और आगे भी इसी तरह का जनादेश आयेगा। उन्होंने कहा कि राज्य उनकी पहली प्राथमिकता है और इसके बाद राष्ट्र। राज्य के विकास से ही राष्ट्र का विकास होगा। आलोचनाओं के माध्यम से ही बेहतर रास्ता निकाला जा सकता है।

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