Tuesday 23 July 2013

घर से बाहर तक जारी है नरेंद्र मोदी की घेराबंदी

Image Loadingभाजपा भले ही नरेंद्र मोदी को अपना पीएम उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी कर रही हो, लेकिन पार्टी के भीतर और बाहर गुजरात के मुख्यमंत्री की घेराबंदी तेज हो गई है।
नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने कहा कि भारतीय होने के नाते वे हरगिज नहीं चाहते, कि मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन आशीर्वाद यात्रा के होर्डिंग, पोस्टर और विज्ञापनों में नरेंद्र मोदी का नाम गायब करके अपनी मंशा काफी हद तक साफ कर दी है। एक निजी चैनल से खास बातचीत में अमर्त्य सेन ने कहा कि मोदी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है, जिससे अल्पसंख्यक खुद को सुरक्षित महसूस करें। सेन के मुताबिक गुजरात में अल्पसंख्यक मानते हैं कि 2002 में उनके खिलाफ सुनियोजित तरीके से हिंसा की गई थी और इस तरह का रिकॉर्ड रखने वाले व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए। गुजरात मॉडल की आलोचना
सेन ने मोदी के गुजरात मॉडल की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसी भी मॉडल को दो चीजों पर परखा जाता है, पहला तो उसका रिकॉर्ड अच्छा हो और दूसरा उसने जो किया उससे दूसरों को भी कुछ सीख मिले। मगर इन दोनों ही पैमानों पर गुजरात कहीं नहीं ठहरता। स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे दोनों महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गुजरात का रिकॉर्ड खराब है, मोदी को इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मोदी ने न केवल अल्पसंख्यकों, बल्कि बहुसंख्यकों के लिए भी कुछ नहीं किया। नीतीश की तारीफ
सेन ने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा कि वह बिहार में एक शिक्षित और स्वस्थ लेबर फोर्स तैयार कर रहे हैं। विकास को सामाजिक बदलावों से अलग करके नहीं देखा जा सकता।

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