Monday 22 July 2013

भगवान जगन्नाथ के रथ पर इटली की 'पद्मश्री' डांसर से मांगी रिश्वत, नहीं दी तो पीटा

इलियाना सितारिस्ती इटली में जन्मी जानी-मानी ओडिसी डांसर इलियाना सितारिस्ती ने आरोप लगाया है कि भगवान जगन्नाथ के रथ पर सवार सेवकों ने उनकी पिटाई की क्योंकि उन्होंने
भगवान का दर्शन करने के लिए पैसे देने से मना कर दिया था.
ओडिसी डांस को बढ़ावा देने के लिए सितारिस्ती को ‘पद्मश्री’ पुरस्कार मिल चुका है.
उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह और उनकी एक स्टूडेंट पुरोहितों को 20-20 रुपये देकर रथ पर सवार हो गई थीं.
जब उन्होंने भगवान जगन्नाथ के और करीब जाने की कोशिश की तो एक सेवक ने इसके लिए उनसे एक-एक हजार रुपये मांगे. जब उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया तो सेवक ने उनसे दुर्व्यवहार किया और उनकी पिटाई की.
ओडिशा में बसी विदेशी नागरिक ने कहा, 'सेवक के बर्ताव से मैं हैरान रह गई. उसने 'विदेशी विदेशी' कहकर मेरे सिर पर तीन बार मारा'
मंदिर के मुख्य प्रशासक अरविंद पढ़ी ने बताया कि सितारिस्ती ने मंदिर प्रशासन से शिकायत की है. मंदिर पुलिस के कमांडर ने कहा कि ‘बरकंडास’ को इस बात का पता लगाने को कहा गया है कि उस वक्त ‘नंदीघोष’ के दौरान रथ पर कौन सवार थे.
मंदिर प्रशासन मंदिर कमांड से घटना के बारे में रिपोर्ट हासिल करने के बाद मामला राज्य पुलिस को भेजेगा. घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अरविंद पढ़ी ने कहा, 'किसी भी हालत में भक्तों का निरादर नहीं किया जाना चाहिए.'
दैतापाती नियोग के अध्यक्ष रामचंद्र दसमहापात्र ने कहा, 'किसी भी भक्त को पीटने का हमें कोई अधिकार नहीं है. दैतापाती नियोग की तरफ से इस घृणित घटना के लिए मैं माफी मांगता हूं.'
मंदिर की प्रथा के मुताबिक, सालाना रथयात्रा महोत्सव के दौरान किसी भी विदेशी को भगवान जगन्नाथ के रथ पर सवार होने और भगवान को छूने की इजाजत नहीं दी जाती है.

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