Thursday 18 July 2013

बर्थडे स्पेशल: प्रियंका का 'फिल्मस्टार' से 'रॉकस्टार' बनने तक का सफर


Image Loading
Priyanka Chopra Birthday Special
Priyanka chopra
Priyanka Chopra Birthday Special
मुंबई। खूबसूरत मुस्कुराहट, आकर्षक व्यक्तित्व और गजब प्रतिभा की मालकिन प्रियंका चोपड़ा आज 31 साल की हो जाएंगी। मॉडलिंग से मिस व‌र्ल्ड, मिस व‌र्ल्ड से अभिनेत्री और अब अभिनेत्री से एक रॉकस्टार बनने का सफर काफी दिलचस्प रहा। पीसी ने हर
तरह के किरदार को बखूबी निभाया है। भले ही वो एक चुलबुली लड़की का रोल हो या गंभीर अदाकारा का। पीसी कई प्रतिभाओं की धनी हैं। एक्टिंग के हु
Priyanka Chopra Birthday Special
र के अलावा पीसी मधुर आवाज की मलिका है। फिल्मों में अपना झंडा गाड़ने के बाद संगीत की दुनिया में भी अपना कदम जमा दिया है। अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में प्रियंका एक रॉकस्टार बनकर उभर रही हैं।
पढ़ें : एग्जोटिक में प्रियंका ने लगाए ठूमके
प्रियंका ने अपना बचपन लखनऊ समेत कई शहरों में गुजारा। लखनऊ के लॉ मरटीनियर ग‌र्ल्स कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने मुंबई के जय हिंद कॉलेज में पढ़ाई शुरु की, लेकिन मिस व‌र्ल्ड का खिताब जीतने के बाद उन्होंने कॉलेज बीच में ही छोड़ दिया।
अपने 10 साल के फिल्मी करियर में प्रियंका ने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी है। साल 2000 में प्रियंका चोपड़ा को 'मिस इंडिया व‌र्ल्ड' का ताज पहनाया गया और फिर प्रियंका ने 'मिस व‌र्ल्ड' प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व कर 'मिस व‌र्ल्ड-2000' का खिताब जीता।
इसी साल 2003 में प्रियंका ने दो फिल्में 'द हीरो- लव स्टोरी ऑफ ए स्पाई और अंदाज' से हिंदी सिनेमा जगत में कदम रखा। अक्षय कुमार के साथ आई उनकी फिल्म अंदाज' ने उन्हें फिल्मफेयर नवोदित अभिनेत्री' का पुरस्कार दिला दिया। इसके बाद उनकी काफी फिल्में आई लेकिन बॉक्स ऑफिस पर कोई खास छाप नहीं छोड़ सकीं लेकिन असफलता के इस दौर में भी उन्होंने मेहनत से मुंह नहीं मोड़ा और जल्द ही परिणाम देखने को भी मिला।
डेविड धवन की फिल्म मुझसे शादी करोगी के साथ प्रियंका की सफलता की गाड़ी फिर चल पड़ी। इसके बाद आई फिल्म 'ऐतराज' के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल विलेन का अवार्ड मिला।
साल 2005 में शहंशाह अमिताभ बच्चन और अक्षय के साथ फिल्म 'वक्त' में नजर आई थी। साथ ही, साल 2006 में आई फिल्म 'डॉन' में प्रियंका ने शाहरुख खान के साथ काफी स्टंट किए हैं।
इसी साल प्रियंका ने 2003 में आई ऋतिक रोशन और प्रीति जिंटा की फिल्म 'कोई. मिल गया' की अगली कड़ी क्रिस में ऋतिक के साथ नजर आई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। साल 2007 में प्रियंका ने निखिल आडवाणी की फिल्म सलाम-ए-इश्क' में सलमान खान के साथ भी काम किया।
2008 में उनकी छह फिल्में आई, जिनमें से शुरुआती पांच तो फ्लॉप साबित हुई लेकिन छठी फिल्म मधुर भंडारकर की फैशन ने एक बार फिर प्रियंका के सफर में टर्निग प्वाइंट की तरह काम किया। फैशन ने प्रियंका चोपड़ा के करियर को नई राह दी। कल तक एक नई हिरोइन का तमंगा संभाले प्रियंका फैशन के बाद बॉलीवुड की सफल हिरोइनों में गिनी जाने लगीं।
फैशन के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट हिरोइन का अवार्ड भी मिला। दोस्ताना में भी उनका अभिनय काबिले तारीफ था। फैशन के बाद फिल्म कमीने में भी प्रियंका के अभिनय की सबने सराहना की। 2011 में आई फिल्म 'सात खून माफ' यूं तो बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म ज्यादा नहीं चली पर इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा ने जिस तरह की अदाकारी की उसने सबका मन मोह लिया।
साल 2012 की शुरुआत प्रियंका ने फिल्म 'अग्निपथ' से की, जिसने बाक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की।
पढ़ें: मेरीकॉम से मिलने इंफाल पहुंची प्रियंका
यादगार भूमिकाएं
मिसेस सोनिया रॉय
ऐतराज (2004)
निर्देशक :अब्बास-मस्तान
जिस तरह से शाहरुख खान ने नकारात्मक भूमिकाएं कर स्टारडम की सीढियां चढ़ीं, वैसा ही प्रियंका चोपड़ा ने भी किया। प्रियंका की ज्यादातर फिल्में शुरुआत में असफल रहीं और ऐसे वक्त उन्होंने ऐतराज' में नकारात्मक रोल स्वीकारने का जोखिम उठाया। फिल्म में अक्षय कुमार और करीना कपूर जैसे सितारे थे, लेकिन इनके बीच प्रियंका द्वारा निभाया गया रोल सबको याद रहा। करीना के हीरोइन होने के बावजूद प्रियंका अभिनय के मामले में बाजी मार ले जाने में सफल रहीं। यह बात अब तक करीना भूली नहीं हैं। मिसेस सोनिया रॉय के रूप में प्रियंका ने ऐसी महिला का किरदार निभाया था, जो अपने पूर्व प्रेमी पर सेक्सुअल हरासमेंट का आरोप लगाती है।
प्रियंका ने अपने शानदार अभिनय के बदौलत कई पुरस्कार जीते। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में उन्हें दो कैटेगरी, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस और बेस्ट परफॉमर्ेंस इन ए निगेटिव रोल, में नामांकित किया गया। वे निगेटिव रोल वाला अवॉर्ड जीतने में कामयाब रही। इसके अलावा उन्हें बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन अवॉर्ड, गोल्डन इंडियन फिल्म अवॉर्ड्स और स्क्रीन अवॉर्ड भी मिले। इस फिल्म ने प्रियंका को पहचान दी और उन्हें बॉलीवुड में गंभीरता से लिया जाने लगा।
मेघना माथुर
फैशन (2008)
निर्देशक : मधुर भंडारकर
फैशन के लिए मधुर भंडारकर को सशक्त अभिनेत्री की जरूरत थी और प्रियंका उनकी अपेक्षाओं पर खरी उतरी। मेघना माधुर के रूप में प्रियंका ने कमाल का अभिनय किया। यह फिल्म ऐसी उभरती हुई मॉडल की कहानी थी जो छोटे शहर से मुंबई जाती है और सुपरमॉडल बन जाती है। ग्लैमर जगत के जब अंधेरे पक्ष से उसका सामना होता है तो वह सिहर जाती है। यह ऐसा रोल था जिसमें ग्लैमर और एक्टिंग दोनों की जरूरत थी। प्रियंका न केवल खूबसूरत लगी बल्कि अपने किरदार की छटपटाहट को उन्होंने शानदार तरीके से पेश किया। प्रियंका को श्रेष्ठ अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, फिल्मफेयर पुरस्कार, अप्सरा फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर गिल्ड अवॉर्ड्स, सिने ब्लिट्ज अवॉर्ड्स, आइफा अवॉर्ड्स, स्क्रीन अवॉर्ड्स, स्टारडस्ट अवॉर्ड्स मिले।
स्वीटी
कमीने (2009)
निर्देशक : विशाल भारद्वाज
कमीने में प्रियंका का रोल ज्यादा लंबा नहीं था, लेकिन रोल की लंबाई से ही अभिनय नहीं देखा जाता है। प्रियंका ने स्वीटी नामक एक महाराष्ट्रीयन लड़की का रोल बखूबी निभाया था जो अपने प्रेमी चार्ली से शादी करने के लिए अपने खतरनाक भाई सुनील भोपे से भी नहीं डरती है। कमीने में प्रियंका के अभिनय की काफी प्रशंसा हुई और इस परफॉमर्ेंस की बदौलत उन्हें कई सशक्त रोल निभाने को मिले।
व्हाट्स योअर
राशि (2009)
निर्देशक :आशुतोष गोवारीकर
अंजली, संजना, काजल, हंसा, रजनी, चंद्रिका, मल्लिका, नंदिनी, पूजा, विशाखा, भावना, झंखना- ये नाम हैं उन किरदारों के जिन्हें प्रियंका ने व्हाट्स योअर राशि' में निभाया था। फिल्म भले ही फ्लॉप रही हो, लेकिन एक कलाकार के रूप में 12 किरदारों को एक ही फिल्म में निभाना बहुत बड़ी चुनौती थी। प्रियंका ने इस कदर डूब कर काम किया कि वे सेट पर बेहोश होकर गिर गई थीं। प्रियंका के अभिनय को पसंद किया गया। उन्होंने पूरी कोशिश की कि ये सारे किरदार एक-दूसरे से बिलकुल अलग नजर आए। चूंकि फिल्म नहीं चली, इसलिए प्रियंका को कोई अवॉर्ड भी नहीं मिला, सिर्फ नॉमिनेशन में ही उनका नाम नजर आया।
सात खून माफ (2011)
निर्देशक : विशाल भारद्वाज
विशाल भारद्वाज ने एक बार फिर प्रियंका चोपड़ा को यादगार भूमिका निभाने को दी। रस्किन बांड की कहानी पर आधारित 'सात खून माफ' एक डार्क फिल्म है। इसमें प्रियंका ने सुजैन नामक भूमिका निभाई है। सुजैन को सच्चे प्यार की तलाश है, जो उसे नहीं मिल पाता, इसके बावजूद उसका प्यार और शादी से विश्वास नहीं उठता। उसके सारे पति किसी और ही मकसद से उससे शादी करते हैं। पति से नाखुश होकर सुजैन उन्हें एक-एक कर मौत के घाट उतार देती है। इस फिल्म में प्रियंका ने कम उम्र की लड़की से बूढ़ी महिला तक का किरदार निभाया था और उम्र के मुताबिक अपने अभिनय में बदलाव लाए। प्रियंका के अभिनय को लेकर उन्हें मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिली, लेकिन एक यादगार भूमिका? को निभाने का उन्होंने सराहनीय प्रयास किया। प्रियंका को 'सात खून माफ' में शानदार अभिनय के लिए कुछ अवॉर्ड्स भी मिले।
झिलमिल चटर्जी
बर्फी (2012)
निर्देशक : अनुराग बसु
बर्फी में झिलमिल का किरदार निभाना आसान बात नहीं था। वे एक मंदबुद्धि लड़की इस फिल्म में बनी हैं जो संवाद के नाम पर केवल बर्फी' बोलती है। प्रियंका ने इस भूमिका के लिए अपने लुक, स्टाइल और बॉडी लैंग्वेज पर जबरदस्त मेहनत की। वे कई मेंटल इंस्टीट्यूशन गईं और वहां उन्होंने समय बिताया। प्रियंका चाहती थीं कि लोग फिल्म देखते समय प्रियंका को भूल जाएं और झिलमिल को याद रखें और ऐसा ही हुआ। प्रियंका को कई अवॉर्ड इस भूमिका के लिए मिले।

No comments:

Post a Comment