इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबी
आई आज पहली चार्जशीट दाखिल करेगी। सूत्रों
के मुताबिक, पहले आरोप पत्र में सिर्फ उन पुलिसवालों के नाम होंगे, जो
मुठभेड़ के वक्त मौके पर मौजूद थे।सूत्रों का कहना है कि सीबीआई के पहले आरोप पत्र में आईबी अधिकारी राजेंद्र कुमार का भी नाम नहीं होगा, लेकिन माना जा रहा है कि सीबीआई की फाइनल रिपोर्ट में उनका नाम हो सकता है। कोर्ट ने सीबीआई से इस मामले में 4 जुलाई तक आरोप पत्र दाखिल करने को कहा था। इससे पहले सीबीआई निदेशक ने कहा था कि वे तय समय से पहले आरोप पत्र दाखिल कर देंगे। गौरतलब है कि नौ साल के बाद सीबीआई इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में चार्जशीट दायर करने जा रही है। दरअसल, 15 जून 2004 को अहमदाबाद के नरोदा इलाके में इशरत और उसके तीन दोस्तों को पुलिस ने मार गिराया था। गुजरात पुलिस का दावा था कि ये चारों मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या के इरादे से आए थे और वह मुठभेड़ में मारे गए थे। सीबीआई यह साबित करने की कोशिश में भी जुटी है कि यह फर्जी मुठभेड़ थी और इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके करीबी अमित शाह को थी। सीबीआई का दावा है कि उनके पास पुलिस के कुछ ऐसे गवाह भी हैं, जिनके पास रिकॉर्डिंग है, जिसमें डीजी बंजारा ने आईबी अधिकारी राजेंद्र कुमार को इशारों में इस बात की जानकारी दी थी।
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