Friday 5 July 2013

कांग्रेस और झामुमो मिलकर झारखंड में बनाएंगे सरकार

Image Loadingकांग्रेस ने झारखंड में गठबंधन सरकार बनाने और आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ शुक्रवार को करार किया। झामुमो 2014 के आम चुनाव से पहले संप्रग में शामिल होने वाला पहला दल बन गया।
करार के तहत, जहां झामुमो का राज्य में मुख्यमंत्री होगा, कांग्रेस को लोकसभा की 14 सीटों का बड़ा हिस्सा मिलेगा। कांग्रेस लोकसभा की 10 सीट पर चुनाव लड़ेगी, झामुमो को चार सीट मिलेगी। यह घोषणा झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने किया जो झारखंड में कांग्रेस—झामुमो गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री होंगे। सोरेन ने यह घोषणा कांग्रेस मुख्यालय में झारखंड के अखिल भारतीय कांग्रेस समिति महासचिव प्रभारी बी़ क़े हरिप्रसाद के साथ एक बैठक के बाद की। उल्लेखनीय है कि यह गठबंधन महज झारखंड तक ही सीमित नहीं रहेगा। दोनों पार्टियों ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और छत्तीसगढ़ में भी अगला लोकसभा चुनाव मिल कर लड़ने का फैसला किया है। सोरेन के पिता शिबू सोरेन देश के एक प्रमुख आदिवासी हस्ती हैं और इन प्रदेशों में, खास तौर पर छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा में आदिवासी अच्छी खासी संख्या में है। जहां छत्तीसगढ़ में इस साल चुनाव होने जा रहा है, ओडिशा में अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ चुनाव होंगे। इस बीच, हरिप्रसाद ने बताया कि जहां सहयोगी राजग को छोड़ रहे हैं, नई पार्टियां संप्रग में आ रही हैं। एक बयान में उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों ने धर्मनिरपेक्ष एवं प्रगतिशील मूल्यों की सुरक्षा करने और बढ़ावा देने और समाज के कमजोर तबकों के और अधिकारसंपन्न बनाने के लिए गठबंधन बनाने का फैसला किया। आदिवासी बहुल राज्य अजरुन मुंडा नीत भाजपा सरकार के पतन के बाद 18 जनवरी से राष्ट्रपति शासन में था। राष्ट्रपति शासन का काल 18 जुलाई को खत्म हो रहा था। कांग्रेस और क्षामुमो ने 2004 का लोकसभा चुनाव मिल कर लड़ा था। भाकपा और राजद भी इस महागठबंधन में शामिल थे। इसने तब 14 में से 13 सीटें अपनी क्षोली में डाली। 2009 में अगले चुनाव में उन्होंने अलग अलग चुनाव लड़ा था। तब कांग्रेस एक और झामुमो बस दो सीटें जीत पाई थी। झारखंड में कांग्रेस और झामुमो की गठबंधन सरकार शासन के साझे एजेंडे और साझा न्यूनतम कार्यक्रम के तहत चलेगी। एक समन्वय समिति उसपर निगरानी रखेगी। हालांकि, ऐसी अटकलें थी कि कांग्रेस विधायक दल के नेता राजिन्दर प्रसाद सिंह उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, एआईसीसी से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला। एआईसीसी ने एक बयान में कहा कि राज्य में सरकार के गठन के दो हफ्ते के अंदर प्रशासन का एक साझा एजेंडा तैयार किया जाएगा और सार्वजनिक किया जाएगा। इस साझे एजेंडा के कार्यान्वयन पर निगरानी के लिए एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा, गठबंधन सरकार के सुगम क्रिया—कलापों में मदद के लिए एक समन्वय समिति भी गठित की जाएगी। सोरेन ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच करार गठबंधन सरकार बनाने के लिए है और कांग्रेस ने पूरे समर्थन का आश्वासन दिया है। इस बीच झामुमो सूत्रों ने बताया कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने नई सरकार को अपनी पार्टी के समर्थन के लिए पहले ही झामुमो और कांग्रेस दोनों को आश्वासन दे चुके हैं। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में राजद को अपने कोटा से सीट देगी, जबकि झामुमो राज्य मंत्रिमंडल में राजद के विभागों का फैसला करेगा। राज्य विधानसभा में झामुमो के 18 और कांग्रेस के 13 विधायक हैं। उन्हें 81 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 11 अतिरिक्त विधायकों का समर्थन चाहिए। राजद के पांच सदस्य हैं।

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