Sunday 25 August 2013

चढ़ जा बेटा घोड़ी पे

Image Loadingमात्र एक फिल्म के बल पर आज सुशांत सिंह राजपूत की झोली में तमाम बड़े बैनर की फिल्में हैं। लगे हाथ उन्होंने अपनी प्रेमिका अंकिता लोखंडे संग अपनी शादी की घोषणा भी कर डाली है। मतलब कि अगले साल उनका घोड़ी चढ़ना लगभग तय है।
अगले महीने सुशांत की यशराज बैनर संग फिल्म ‘शुद्ध देसी रोमांस’ भी रिलीज होने जा रही है, जिसके प्रोमोशन को भी वह शुरू कर चुके हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि उनका करियर तेजी पर है। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि छोटे परदे पर मानव दामोदर देशमुख की उनकी भूमिका उन्हें इतने दूर तक ले आयेगी। सुशांत आज अपनी दो-तीन साल पहले की स्थिति को याद कर बताते हैं, ‘उन दिनों मैं जहां भी जाता था, लोग मुझे मानव कहकर संबोधित करते थे। पहली-पहली मिली इस लोकप्रियता को तब मैंने खूब एंज्वॉय किया था, पर जब मेरे ऑटोग्राफ की जगह मेरा नाम मानव मांगा जाने लगा तो मैं सचेत हुआ। अचानक ही मुझे लगा कि मुङो अपने एक्टिंग का दायरा बढ़ाना चाहिए। लिहाजा यह हुआ कि टीवी के नये असाइनमेंट मैंने कबूल करने बंद कर दिये। अपने लिए स्ट्रगल का एक रास्ता चुन लिया।’ त्याग जो काम आया
छोटे परदे पर एक र्ढे के आंसू बहावन पारिवारिक ड्रामा में काम करना उन्हें मंजूर नहीं था। बकौल सुशांत, ‘तब मेरे कुछ दोस्तों और शुभचिंतकों ने मुझे कहा- टीवी के अपने बने-बनाये करियर को छोड़ कर क्यों फिल्मों का मोह पाल रहे हो। पर न जाने क्यों मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं सिर्फ छोटे परदे के लिए नहीं बना हूं।’ इसलिए सुशांत जीविका के लिए छोटे परदे पर अपने ढंग से सक्रिय रहे। उन्होंने टीवी के रियलिटी या डांस शो में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। सुशांत कहते हैं, ‘उन दिनों मैं कभी ऐसा नहीं कहता था कि मैंने टीवी से कोई ब्रेक लिया है। बस, न जाने क्यों मुझे ऐसा लग रहा था कि मुझे टीवी सीरियल में काम करने से बचना चाहिए।’ डांस से बदली किस्मत
‘झलक दिखला जा’ के सीजन-4 में प्रसिद्ध नर्तक गोपीकृष्ण की बेटी शंपा शंतालिया के साथ उन्होंने ताल मिला कर खूब ठुमके लगाये। सुशांत बताते हैं, ‘शंपा जैसी कुशल नर्तकी के साथ ने मुझमें एक नया उत्साह भर दिया था। दिल्ली में अपनी पढ़ाई के दौरान मैंने बैरी जॉन साहब की थियेटर क्लास और श्यामक डाबर की डांस एकेडमी ज्वॉइन की थी।’ पर डायरेक्टर अभिषेक कपूर के लिए यह डांस शो कोई ज्यादा अहमियत नहीं रखता था। उन्होंने सुशांत को ‘पवित्र रिश्ता’ में देख रखा था। उन्होंने सुशांत का दो बार स्क्रीन टेस्ट लिया। यह फिल्म आयी और चली भी। भाई-भतीजावाद से दूर
नये दौर में शाहरुख, अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम आदि के ज्वलंत उदाहरण दिये जा सकते हैं, जिनके पास भाई-भतीजावाद का कोई सहारा नहीं था। अब सुशांत से कुछ ऐसी उम्मीद की जा रही है। फिल्म ‘शुद्ध देसी रोमांस’ में वह खूब उन्मुक्त नजर आये हैं। वह बताते हैं, ‘यह फिल्म एक रोमांटिक कॉमेडी है। इसकी पृष्ठभूमि आज की युवा पीढ़ी का रोमांस है।’ पहली ही फिल्म से लगा सुशांत का जैकपॉट
ज्यादातर समीक्षकों ने ‘काई पो छे’ की समीक्षा के दौरान भी यही लिखा था कि वह एक मेहनती एक्टर है। इसलिए उम्मीद यही की जानी चाहिए कि वह भविष्य में बहुत कुछ नया करेंगे। यह बॉलीवुड का इतिहास रहा है कि ज्यादातर सुपर स्टार बाहर से आये एक्टर ही बने। दिलीप कुमार, देव आनंद, धर्मेद्र, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन जैसे सुपर स्टारों ने संघर्ष की जमीन पर तप कर ही स्टारडम हासिल किया था। आने वाली फिल्में
डिटेक्क्टिव ब्योमकेश बख्शी: वह जल्द ही इस फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगे।
फितूर: इस फिल्म का प्री-प्रोडक्शन चल रहा है।
अभिषेक कपूर की अगली फिल्म में अभिनेत्री कैटरीना कैफ के साथ उनकी जोड़ी बनाई गयी है।
वह यशराज बैनर की अगली फिल्म भी करेंगे। चार बहनों के एक भाई
सुशांत का जन्म पटना में हुआ। उनकी मां बचपन में ही गुजर गईं। पिता सरकारी कर्मचारी हैं। बाद में सब नौकरी के सिलसिले में दिल्ली चले आये। चार बहनों के भाई सुशांत परिवार में सबसे छोटे हैं। उनकी एक बहन मीतू सिंह राज्य स्तरीय क्रिकेटर रह चुकी हैं। बचपन में सुशांत भी खिलाड़ी बनना चाहते थे। इंजीनियरिंग एंट्रेंस टेस्ट उन्होंने सातवां रेंक लेकर पास किया था। पढ़ाई के दौरान उन्होंने श्यामक डाबर की क्लास ज्वॉइन कर ली। इसके बाद ही उन्हें एक्टिंग का ऐसा चस्का लगा कि फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी चारों बहनें आज भी उनका हौसला बढ़ाती रहती हैं। ‘पीके’ का विवाद
फिल्म ‘पीके’ में उनकी भूमिका काफी छोटी है। इसकी हीरोइन अनुष्का शर्मा ने इसका मजाक उड़ाते हुए कहा था, ‘मैं पीके में जो रोल कर रही हूं, सुशांत का रोल उसी किरदार की जिंदगी का एक छोटा-सा चैप्टर है।’ बाद में अनुष्का ने यह सफाई दी कि उनकी इस बात का अर्थ न समझ कर मीडिया ने उसे अपने ढंग से बढ़-चढ़ कर पेश किया। लेकिन सुशांत ने बहुत समझदारी दिखाते हुए इस मामले को तूल नहीं पकड़ने दिया। वह कहते है, ‘मैंने इस रोल के लिए सिर्फ सात दिन की शूटिंग की है। ‘काई पो छे’ देखने के बाद इस रोल के लिए मुझे निर्देशक राजकुमार हिरानी ने याद किया था। इतनी जल्दी उनके साथ मुझे काम करने का मौका मिलेगा, ऐसा मैंने सपने में नहीं सोचा था। छोटे रोल की बात जाने दीजिए। वह यदि मुझे फिल्म के एक फ्रेम में रखते तो भी मैं ‘पीके’ खुशी-खुशी करता।’

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