Monday 19 August 2013

एक न मानी घर वालों की और बन गयी हीरोइन

Image Loadingइस साल की कामयाब फिल्मों में से एक ‘काय पो छै’ की नायिका अमृता पुरी की इससे पहले ‘आयशा’ और ‘ब्लड मनी’ में भी काफी तारीफ हो चुकी है।
मुंबई में जन्मी और यहीं पली-बढ़ी किसी लड़की के लिए फिल्म इंडस्ट्री की तरफ जाने का फैसला हैरानी भरा नहीं होता, लेकिन सेंट जेवियर्स कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर में बीए और फिर सोफिया पॉलिटेक्निक से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने तक अमृता पुरी ने यह नहीं सोचा था कि वह कभी एक्ट्रेस बनेंगी। वह कहती हैं, ‘कॉलेज के दिनों में मैंने स्टेज प्ले करने शुरू कर दिए थे और मुझे यह महसूस भी होता था कि मेरे अंदर कुछ ड्रामा है, लेकिन एक्टिंग को मैं करियर बनाऊंगी, यह मैंने काफी बाद में तय किया।’ अमृता बताती हैं कि जनसंचार की पढ़ाई करने के बाद वह एक एडवरटाइजिंग एजेंसी में बतौर कॉपी राइटर काम करने लगीं। फिर उन्होंने एक फैशन मैगजीन के लिए काम किया। वह आगे कहती हैं, ‘लेकिन मैं उस काम से खुश नहीं थी तो मैंने साथ-साथ नाटक करने शुरू कर दिए और धीरे-धीरे ऐसा होने लगा कि मैं हूं तो ऑफिस में, लेकिन अपने नाटक के बारे में सोच रही हूं। तब मैंने सोचा कि जब मेरा दिमाग वहां है तो क्यों न मैं वही करूं, जिसमें मेरा मन है और बस, मैंने फिर नौकरी छोड़ दी।’ अमृता आगे कहती हैं, ‘एक्टिंग का प्रोफे शन आसान नहीं है। बहुत सारी स्ट्रगल, काफी सारी मेहनत और इन सबसे ऊपर किस्मत का हाथ होना चाहिए, तब कहीं जाकर आपको कुछ हासिल होता है। पर मुझे लगता है कि मैंने यहां पर अपने लिए एक जगह बनाई है और सिर्फ वही काम पकड़ती हूं, जो मुझे पसंद आता है। एक गैर-फिल्मी परिवार से आकर इतना कुछ पाना भी मेरे ख्याल से काफी है।’ अमृता बताती हैं कि जब उन्होंने एक्टिंग को करियर बनाने का फैसला किया था तो सबसे बड़ा विरोध उन्हें अपने घर के अंदर से ही झेलना पड़ा था। ‘मेरी फैमिली मेरे हर अच्छे-बुरे फैसले में मुझे सपोर्ट करती आई है, लेकिन जब उन्होंने मेरे एक्ट्रेस बनने का विरोध किया तो यह मेरे लिए काफी बड़ा झटका था। लेकिन आज उन्हें मुझ पर गर्व होता है।’ और अगर वह इस रास्ते पर नाकाम हो जातीं तो? ‘तो क्या, मैं लौट जाती एडवरटाइजिंग और जर्नलिज्म की दुनिया में। लिखना मुझे पहले भी अच्छा लगता था, लेकिन अब मेरे पास वक्त नहीं होता कि कुछ लिख पाऊं,’ अमृता कहती हैं। प्रोफाइल
अमृता का जन्म 20 अगस्त, 1983 को मुंबई में हुआ था।
अमृता के पिता आदित्य पुरी
एचडीएफसी बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
अमृता ने अपने करियर की शुरुआत बतौर कॉपीराइटर की थी।

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