Saturday 22 March 2014

जीने का फलसफा भी सिखाता है गुलाब

कांटों में भी खिलकर मुस्कुराता है गुलाब, जीने की कुछ ऐसी अदा सिखाता है गुलाब' कुछ ऐसा ही है गुलाब का अंदाज। कांटों में खिलकर और तमाम पहरेदारों से घिरकर खिला गुलाब महज एक फूल ही नहीं है बल्कि यह एक ऐसा प्रेरणादायक फूल है जो लोगों को कष्ट सहकर भी हंसने की प्रेरणा देता है। वेलेंटाइन वीक के तहत मनाया जाने वाला रोज डे जहां गुलाब के जरिए भावनाओं के इजहार में मदद करता है। वहीं गुलाब जीवन में दोहरे मापदंडों को भी बखूबी दर्शाता है।
गुलाब की तरह बनाए व्यक्तित्व मनोकांउसलर डॉ.रागिनी बताती हैं कि जिस तरह से कांटों के बीच रहकर गुलाब का फूल आकर्षित करता है,उसी तरह हमें भी अपने व्यक्तित्व को गुलाब की तरह आकर्षक बनाना चाहिए। फूलों की दुनिया में चुनिंदा फूल ही ऐसे होते हैं, जो बिना जड़ के कहीं भी रोपे जाते हैं। गुलाब का फूल उन्हीं में से एक है, जो कहीं भी अपना स्थान बना लेता है। जैसे गुलाब कांटों में रहकर भी मुस्कराता है, उसी तरह विपरीत हालातों में भी हमें मुस्कुराहट का साथ नहीं छोड़ना चाहिए। यदि हमें फूलों की खुशबू चाहिए तो उसमें लगे कांटों को सहेजना पड़ेगा।
-हर गुलाब का खास अंदाज
लाल गुलाब-सच्चे प्रेम का प्रतीक
गुलाबी- सहानुभूति और कृतज्ञता का प्रतीक
सफेद-शांति ,संयम और शुद्धता के लिए
लैवेंडर गुलाब-पहली नजर के प्यार के लिए
नारंगी-क्षमा मांगने का प्रतीक
पीला- दोस्ती के लिए
गुलाब की कली-जवां मोहब्बत और पहले प्यार के लिए
गहरे लाल रंग का गुलाब-बिगड़ी बात को संभालने के लिए
खिला गुलाब-विकसित प्रेम का प्रतीक
एक कली-गुप्त प्रेम का द्योतक
गुलाब की दो कली- दो होकर भी एक होना का प्रतीक
अदिति उन्मुक्त

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